पब्लिश्ड 15:06 IST, April 6th 2024
राम मंदिर, जम्मू-कश्मीर से 370 हटाना, CAA- सब Done... आम चुनाव के बाद मोदी सरकार आएगी तो अब क्या?
Election 2024: नरेंद्र मोदी 'एक्शन' वाले नेता के तौर पर जाने जाते हैं। देश के बहुत से मुद्दे, जो सदियों से अनसुलझे थे, PM मोदी ने अपने कार्यकाल में सुलझाए हैं।
Narendra Modi: 'देश को अगले हजार सालों तक समृद्ध और सिद्धि के शिखर पर देखना चाहता हूं। तीसरा कार्यकाल अगले एक हजार सालों के लिए एक मजबूत नींव रखने का कार्यकाल बनेगा।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल के आखिरी बजट सत्र में 5 फरवरी 2024 को बयान दिया था। ये नरेंद्र मोदी की भविष्यवाणी थी, जिसमें 'तीसरी बार सरकार' का भी दावा था। मोदी ने इसी भाषण में ऐलान किया कि 'तीसरा कार्यकाल बहुत बड़े फैसलों का होगा।' आज चर्चा इसलिए है कि प्रधानमंत्री मोदी पिछले 10 साल के ऐतिहासिक फैसलों को सिर्फ ट्रेलर कह रहे हैं।
"10 साल में जो अब तक हुआ है ना, वो तो ट्रेलर है ट्रेलर। मोदी ने जो किया है वो तो एपेटाइजर है, अभी तो खाने की थाली बाकी है। बहुत कुछ करना है भाई। बहुत सारे सपने हैं।" पिछले दिन 5 अप्रैल 2024 को राजस्थान के चुरू में प्रधानमंत्री मोदी ने ये बात कही। अभी तमाम रैलियों में बीजेपी नेताओं, खुद प्रधानमंत्री मोदी के बयानों से ही जाहिर है कि अगर पार्टी तीसरी बार सत्ता में लौटी तो कई बड़े फैसले होंगे। इसमें भी कोई दोराय नहीं है कि अगले कार्यकाल में किए जाने वाले बड़े कामों की लंबी फेहरिस्त बीजेपी बनाकर बैठ गई होगी। तो सवाल इस बात का है कि अगले कार्यकाल में अगर बीजेपी आती है तो फोकस किन मुद्दों पर रहेगा।
आम चुनाव के बाद मोदी सरकार आएगी तो अब क्या?
अब अगर बीजेपी और प्रधानमंत्री के अगले प्लान को समझना है तो उनके बयानों की सुनने की जरूरत है, जिनमें वो बात अगले 25 साल की करते हैं। उनके भाषणों में 2047 तक के रोडमैप का जिक्र होता है। इन्हीं भाषणों में नरेंद्र मोदी अपने तीसरे टर्म के पहले 100 दिन पर जोर देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि अभी बहुत कुछ करना है। देश को बहुत आगे लेकर जाना है। अब चाहे पीएम मोदी हों, या बीजेपी के दूसरे बड़े-बड़े नेता, उनके बयानों के आधार पर समझा जाए तो 4-5 मुद्दों की प्लानिंग साफ तौर पर सामने उभरकर आती है।
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तीसरे कार्यकाल में तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था
5 फरवरी 2024 को देश की संसद में प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे हिंदुस्तान को 'तीसरे कार्यकाल में तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था' बनाने की गारंटी दी थी। अपने उस भाषण में मोदी ने कहा कि 'तीसरे टर्म में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनेगा, ये मोदी की गारंटी है।' अब चुनावों के बीच रैलियों से भी नरेंद्र मोदी कहते हैं- 'मोदी ने भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनाने की गारंटी दी है। तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत का मतलब है- लोगों की कमाई बढ़ेगी, नौकरी के अवसर बढ़ेंगे और गांव-शहर में सुविधा बढ़ेगी।'
विकसित भारत की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री मोदी 'विकसित भारत' का संकल्प लेकर चल रहे हैं। 15 अगस्त 2022 को 76वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले के प्राचीर से पीएम नरेंद्र मोदी ने पहली बार 'विकसित भारत' का संकल्प रखा था। अभी कोई सभा हो, सरकारी कार्यक्रम रहा हो या देश के नाम संदेश... प्रधानमंत्री मोदी का बयानों में 'विकसित भारत' संकल्प दिखा है। प्रधानमंत्री कहते हैं- 'मोदी 3.0 विकसित भारत की नींव मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।' 7 फरवरी 2024 को पीएम मोदी ने संसद में दिए अपने बयान में कहा- 'मोदी सरकार 3.0, विकसित भारत की नींव को मजबूत करने के लिए पूरी शक्ति लगा देगी।'
28 फरवरी 2024 को एक अन्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा था- 'विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि के लिए मेरे शरीर का कण-कण और जीवन का क्षण-क्षण मां भारती को समर्पित है।' इससे साफ है कि तीसरे टर्म में विकसित भारत के लिए मोदी सरकार कुछ ऐतिहासिक फैसले ले सकती है।
'वन नेशन-वन इलेक्शन'
प्रधानमंत्री मोदी के तीसरे टर्म के प्लान में 'वन नेशन-वन इलेक्शन' मुद्दा भी हो सकता है। साल 1951-52 से साल 1967 तक देश में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव अधिकतर साथ-साथ कराए गए थे। हालांकि उसके बाद ये चक्र टूट गया था। अब नरेंद्र मोदी सरकार अपने दूसरे टर्म में फिर से 'वन नेशन-वन इलेक्शन' की दिशा में आगे बढ़ चुकी है। 'वन नेशन-वन इलेक्शन' पर गहन अध्ययन और मंथन के लिए मोदी सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी, जो अपना खाका भी तैयार कर चुकी है।
26 नवंबर 2020 को पीएम मोदी ने एक बयान में कहा था- 'वन नेशन-वन इलेक्शन सिर्फ एक चर्चा का विषय नहीं है, बल्कि यह भारत की जरूरत है। ऐसे में इस पर गहन अध्ययन और मंथन आवश्यक है। इसमें पीठासीन अधिकारियों की भी बड़ी भूमिका है।' देश के गृह मंत्री अमित शाह भी कहते हैं- ''वन नेशन वन इलेक्शन' के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।'
समान नागरिक संहिता- UCC
तीसरे टर्म में देश को समान नागरिक संहिता की गारंटी दे सकते हैं। तीसरे टर्म को UCC को ऐसे भी कंफर्म माना जा सकता है कि इसका मॉड्यूल पहले ही लॉन्च किया जा चुका है। बीजेपी शासित राज्य उत्तराखंड में यूसीसी का ट्रेलर आया। तैयारी असम में भी लगभग हो चुकी है और इस राज्य के मुख्यमंत्री कह चुके हैं कि चुनाव के बाद असम में UCC लागू होगा। इससे संभावनाएं यही हैं कि तीसरी बार बीजेपी सरकार बनी तो देश में यूसीसी कानून लाया जा सकता है।
7 मार्च 2024 को रिपब्लिक समिट में देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था- 'दुर्भाग्य की बात है कि UCC को धर्म के साथ जोड़कर देखा गया है। मैं आज देश की जनता को बताना चाहता हूं कि UCC सिर्फ बीजेपी का एजेंडा नहीं है, बल्कि 1950 से हम कहते हैं कि जब हम सत्ता में आएंगे तो UCC इस देश में लाएंगे।' बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 4 अप्रैल 2024 को एक रैली में कहा- 'मुझे खुशी है कि उत्तराखंड UCC यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड में सबसे आगे खड़ा हुआ है।'
अयोध्या के बाद मथुरा-काशी की बारी
'अयोध्या तो अभी झांकी है, काशी मथुरा बाकी है। अयोध्या हुई हमारी,अब काशी मथुरा की बारी है।' अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बीजेपी नेताओं और समर्थित कार्यकर्ताओं की जुबान से यही आवाज निकलती है। अयोध्या के बाद 25 फरवरी 2024 को पीएम मोदी का कृष्ण प्रेम सबने देखा। गुजरात के द्वारकाधीश दौरे पर हाथों में मोर पंख और गहरे समुद्र में आस्था की डुबती, कहीं ना कहीं संदेश मथुरा को लेकर दे रही थी।
उसके अलावा 10 फरवरी 2024 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी विधानसभा में कहते हैं- 'काशी में भी समाजवादी पार्टी की सरकार ने ताला बंद किया था और मथुरा में भी। हमारी सरकार ने दोनों जगह ताले खुलवा दिए।' फिर 27 मार्च 2024 को सीएम योगी का एक बयान आता है, जिसमें वो कहते हैं- '500 साल बाद श्रीराम ने अपने धाम में होली खेली, मथुरा और वृंदावन की गलियां भी इंतजार तो कर ही रही होंगी।' इसके मायने मथुरा कृष्ण जन्मभूमि से जोड़कर निकाले गए।
इससे पता चलता है कि तीसरे कार्यकाल में हिंदुत्व के एजेंडे से भारतीय जनता पार्टी कतई पीछे नहीं रहना चाहेगी। वैसे भी बीजेपी के सबसे महत्वपूर्ण एजेंडे में हिंदुत्व रहा है। ऐसे में अयोध्या के बाद मथुरा-काशी के जरिए बीजेपी हिंदुत्व के मुद्दे को और धार दे सकती है।
बीजेपी का संकल्प पत्र होगा खास?
वैसे नरेंद्र मोदी 'एक्शन' वाले नेता के तौर पर जाने जाते हैं, जिनकी परछाई कई मौकों पर कई ऐतिहासिक फैसलों के समय देखी गई। देश के बहुत से मुद्दे, जो सदियों से अनसुलझे थे, मोदी ने अपने कार्यकाल में सुलझाए। मोदी ने ऐसे फैसले जमीन पर उतारे, जिनसे हाथ लगाने में भी पिछली सरकारें बचती आई थीं। राम मंदिर के निर्माण का मुद्दा हो, जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाना और देश में CAA लागू करना... ये बीजेपी के 'मिशन' थे, जिन्हें पूरा किया जा चुका है।
बीजेपी तीसरी बार में 370 पार करना चाहती है तो उसके लिए प्लान भी बड़ा होगा। बहरहाल, भारतीय जनता पार्टी के 2024 के असली मुद्दे क्या होंगे, ये चुनावी घोषणापत्र...जिसे वो संकल्प पत्र कहती है, उससे साफ हो जाएगा। जल्द ही बीजेपी का चुनावी घोषणा पत्र आ सकता है, क्योंकि 19 अप्रैल 2024 से लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग शुरू होनी है।
अपडेटेड 21:10 IST, April 6th 2024