Published 00:32 IST, November 6th 2024
ट्रंप जीते या फिर कमला, इतिहास के पन्नों में लिखा जाएगा ये चुनाव; स्विंग राज्यों की भूमिका भी जानें
सबसे बड़ा सवाल यह बना हुआ है कि अमेरिका में किसका राजतिलक होगा? डोनाल्ड ट्रंप या फिर कमला हैरिस, जीत भले जिसकी हो, लेकिन अमेरिका में इस बार इतिहास रचा जाएगा।
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US Elections 2024: दुनिया के सबसे ताकतवर देश के सबसे ताकतवर नेता के चुनाव पर दुनियाभर की निगाहें टिकी हुई हैं। अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के लिए वोटिंग जारी है और इसकी निर्णायक घड़ी भी आ ही गई है। अब तय होने जा रहा है कि अमेरिका का नया बॉस कौन होगा, डोनाल्ड ट्रंप या फिर कमला हैरिस? अमेरिकी राष्ट्रपति पद के दावेदार दोनों ही उम्मीदवारों ने एक दूसरे को कड़ी टक्कर दी है। दोनों के बीच कई मुद्दों पर तीखी बहस देखने को मिली है, लेकिन अब पता चलेगा की अमेरिकी जनता ने किस पर ज्यादा भरोसा जताया है।
अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए मंगलवार सुबह से ही मतदाता उत्साहपूर्वक मतदान केंद्रों की ओर बढ़ रहे थे। ह्यूस्टन, ओमाहा और नेब्रास्का में कई जगहों पर बारिश के बीच मतदान करने के लिए लोग छाता लेकर कतार में खड़े नजर आए। मतदान के दिन कोलोराडो और मोंटाना में बर्फबारी का भी अनुमान जताया गया है।
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कई जगह देरी से मतदान
मतदान के शुरुआती घंटों में कुछ अनियमितताओं की खबरें भी सामने आईं। लुइसविले, केंटकी में मतदान में देरी हुई। सेंट लुइस में एक मतदान केंद्र पर बिजली की आपूर्ति बाधित होने के कारण जनरेटर का उपयोग करना पड़ा। पिट्सबर्ग और पेंसिल्वेनिया के आस-पास के इलाकों में, दो मतदान केंद्रों पर मतदान अधिकारियों के देरी से पहुंचने के कारण मतदान प्रक्रिया में देरी हुई।
कुछ घंटे में रचा जाएगा इतिहास
सबसे बड़ा सवाल यह बना हुआ है कि अमेरिका में किसका राजतिलक होगा? डोनाल्ड ट्रंप या फिर कमला हैरिस जीत भले जिसकी हो, लेकिन अमेरिका में इस बार इतिहास रचा जाएगा। अगर हैरिस यह चुनाव जीत जाती हैं, तो वह अमेरिका की राष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला, पहली अश्वेत महिला और दक्षिण एशियाई मूल की पहली व्यक्ति बन जाएंगी। ऐसा होने पर अमेरिका का 236 साल पुराना चुनावी इतिहास को बदल जाएगा। वहीं दूसरी तरफ अगर डोनाल्ड ट्रंप यह चुनाव जीत जाते हैं, तो 131 साल में कमबैक करने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति होंगे। अमेरिका की जनता फैसला कुछ भी करें, लेकिन यह चुनाव इतिहास के पन्नों में लिखा जाएगा।
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'स्विंग' राज्यों की भूमिका
इस चुनाव को ऐतिहासिक बताया जा रहा है क्योंकि यह पिछले कई दशकों में राष्ट्रपति पद के सबसे कड़े मुकाबले वाले चुनावों में से एक माना जा रहा है। अमेरिका में 50 राज्य हैं और उनमें से अधिकतर राज्य हर चुनाव में एक ही पार्टी को वोट देते रहे हैं, सिवाय 'स्विंग' राज्यों के। चुनावी रूप से अहम माने जाने वाले इन स्विंग राज्यों में मतदाताओं का रुझान बदलता रहता है। जनसंख्या के आधार पर राज्यों को निर्वाचक मंडल के वोट दिए जाते हैं।
अमेरिका में कुल 538 निर्वाचक मंडल वोट के लिए मतदान होता है। 270 या उससे अधिक वोट पाने वाले उम्मीदवार को चुनाव में विजेता घोषित किया जाता है। व्हाइट हाउस पहुंचाने वाले राज्य में 7 स्विंग स्टेट की भूमिका अहम है। जिसमें कुल 93 वोट हैं। इन राज्यों में
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- एरिजोना
- जॉर्जिया
- मिशिगन
- नेवाडा
- नॉर्थ कैरोलिना
- पेंसिल्वेनिया
- और विस्कॉन्सिन हैं।
अलग-अलग मीडिया संस्थानों द्वारा कराए गए सर्वों में कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ी टक्कर दिखी है। जबकि कुछ ने डेमोक्रेटिक उम्मीदवार को मामूली बढ़त मिलने का अनुमान लगाया। पेंसिल्वेनिया के अलावा अन्य महत्वपूर्ण राज्य एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवादा, उत्तरी कैरोलाइना और विस्कॉन्सिन हैं। पेंसिलवेनिया में हुए हर सर्वे में ट्रंप और हैरिस के बीच बराबर की टक्कर बताई जा रही है। अकेला यही ऐसा राज्य है जहां जीत-हार का रुझान देने में सर्वे भी नाकाम हैं।
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00:32 IST, November 6th 2024