Published 21:12 IST, October 6th 2024
IDF के टारगेट पर ईरान के परमाणु सेंटर, इजरायल ने बैलिस्टिक मिसाइल हमले का जवाब देने की खाई है कसम
एक अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर करीब 200 से मिसाइल दागीं थी। इस कार्रवाई के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि ईरान को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
Iran Israel War: इजरायल-हिजबुल्लाह और इजरायल-हमास युद्ध का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। इजरायल ने ईरान-समर्थित आतंकवादी समूहों के खिलाफ युद्ध का दायर बढ़ाते हुए उत्तरी गाजा और दक्षिणी बेरूत में बमबारी तेज कर दी है। इजरायल पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास द्वारा उस पर किए गये हमले के करीब एक साल बाद भी लड़ रहा है और उसने लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ नया मोर्चा खोल दिया है। वहीं इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइल हमला किए जाने के बाद ईरान पर हमला करने की भी कसम खाई है।
ईरान अब इजरायल के साथ वार मोड में आ चुका है। इसका सबूत युद्ध के लिए उसकी तैयारियां हैं, जिसकी तस्वीरें ईरान सेना जारी कर दुश्मनों को संदेश देने की कोशिश कर रही है। उधर खबर है कि इजरायल ने ईरान में अपने टारगेट सेट कर लिए हैं। इजरायल के निशाने पर सबसे पहले ईरानी न्यूक्लियर सेंटर होंगे।
ईरान में IDF का टारगेट
- नतांज
- फोर्डो
- इस्फहान
- खोंदाब
- तेहरान रिसर्च सेंटर
- बुशेहर
- करज
- सगहंद
- पारचिन
अलर्ट पर ईरान की सेना
एक अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर करीब 200 मिसाइल दागीं थी। ईरान ने यह मिसाइल इजरायल द्वारा हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह और संगठन के अन्य कमांडरों को मारने के जवाब में दागीं थी। ईरान की कार्रवाई के बाद, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
ईरानी सेना हमले और इजरायली पलटवार से निपटने के लिए अलर्ट पर है। दावा है कि ईरान ने अपने हथियारों के गोदाम में अभी भी हजारों मिसाइलें छिपा कर रखी हैं, जिनका समय आने पर इस्तेमाल करेगा। ईरान ने बैलिस्टिक और सुपरसोनिक मिसाइलों के इसी भंडार से करीब दो सौ मिसाइलें निकालकर एक अक्टूबर को इजरायल को निशाना बनाया था।
Updated 21:12 IST, October 6th 2024