पब्लिश्ड Jul 10, 2024 at 6:46 PM IST
Hathras Stampede: हाथरस हादसे वाले 'भोले बाबा' का इतिहास सुन दिमाग घूम जाएगा
बाबा हरि नारायण उर्फ सूरजपाल सिंह का ससुराल ऐटा से 45 किलोमीटर दूर गोटिया खुर्द गांव में है. इस गांव के प्रधान के रिश्तेदार और गांव के बुजुर्गों से रिपब्लिक भारत ने बातचीत की तो पता चला बाबा में शक्ति होती तो इतने लोग नहीं मरते. बाबा में कोई शक्ति नहीं है वो अंधविश्वास पाखंड फैला रहे हैं. गांव के बुजर्ग दुर्गविजय सिंह जो दावा कर रहे हैं कि बाबा दबाकर शराब पीते थे, कोई शक्ति नहीं पाखंड है, एक्शन होना चाहिए गिरफ्तार होना चाहिए. बाबा ने कहा मेरी आर्मी देखेगी व्यवस्था तो क्यों बात मानी पुलिस ने खुद क्यों नहीं व्यवस्था की. गांव में अपनी पत्नी के भाई मेवाराम के यहां गाड़िया भेजते थे फसल कटवाकर ले जाते थे आश्रम में. ये भगवान राम, श्रीकृष्ण किसी को नहीं मानते, खुद को ही भगवान कहते हैं, सुरदर्शन चक्र पता नहीं क्या क्या पहनकर नाटक करते रहते हैं।