यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे के खिलाफ MP के पीथमपुर में हंगामा, देखिए Ground Report
भोपाल गैस त्रासदी को भला कौन भूल सकता है। 2 और 3 दिसंबर 1984 की वो जहरीली रात, जिसने 20 हजार से ज्यादा लोगों की जान ली, 5 लाख लोगों को प्रभावित किया। आज भी गैस पीड़ित संगठन इसकी लड़ाई सरकार से लड़ रहे हैं। मगर अब 40 वर्षों के बाद ही ये कचरा हटाया जा रहा है। इधर, कचरे को पीथमपुर में जलाने को लेकर विरोध प्रदर्शन भी हो रहा है। ज्ञापन भी कई बार दिए जा चुके हैं। यहां के कई लोग दिल्ली के जंतर-मंतर में प्रदर्शन करेंगे। कांग्रेस भी प्रदर्शन कर चुकी है। कचरा जलाने के विरोध में 10 से ज्यादा संगठनों ने 3 जनवरी को पीथमपुर बंद का आह्वान किया है। पीथमपुर क्षेत्र रक्षा मंच, पीथमपुर ट्रेड यूनियन संघर्ष समिति, मप्र किसान सभा सहित कई संगठनों का कहना है, भोपाल का कचरा अमेरिका भेजा जाए। कचरा जलाने से यहां के लोग बीमार पड़ सकते हैं। इसका असर तुरंत तो नहीं मगर धीरे-धीरे जरूर होगा। वहीं पीथमपुर बचाओ समिति 2 जनवरी को दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने की तैयारी में है।