Published 21:16 IST, November 13th 2024
'अगर मैं... तो BCCI के खिलाफ...' चैंपियंस ट्रॉफी बवाल के बीच पूर्व पाकिस्तानी कप्तान का विवादित बयान
अगले साल होने वाली ICC चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर मचे बवाल के बीच पूर्व पाकिस्तानी दिग्गज खिलाड़ी ने विवादित बयान दे डाला है।
Advertisement
IND v PAK: भारत-पाकिस्तान ये दोनों ऐसे देश हैं, जिनके राजनीतिक रिश्ते लंबे अरसे से खराब हैं और इसकी वजह खुद पाकिस्तान है। पाकिस्तान जिस तरह आतंकवाद को बढ़ावा और आतंकियों को पनाह देता है, उससे भारत को कड़ी आपत्ति है और होनी भी चाहिए।
भारत ने आतंकवाद को लेकर अपना रुख कड़ा रखा है। यही वजह है कि भारत पिछले कई सालों से पाकिस्तान को बॉयकॉट कर रहा है। 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी भारत ने अपनी टीम को पाकिस्तान से साफ इनकार कर दिया है, जिसके बाद से पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है। पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ियों की ओर से लगातार विवादित बयान दिए जा रहे हैं। इस कड़ी में अब एक और बयान सामने आया है।
Advertisement
भारत-पाकिस्तान दोनों को न मिले मेजबानी अधिकार
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज राशिद लतीफ ने कहा कि अगर उनके पास अधिकार होता तो वह पाकिस्तान को किसी भी टूर्नामेंट में भारत के खिलाफ नहीं खेलने देते और उन्होंने साथ ही सुझाव दिया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) को दोनों देशों को तब तक वैश्विक प्रतियोगिताओं की मेजबानी का अधिकार नहीं देना चाहिए जब तक कि दोनों अपनी समस्याएं नहीं सुलझा लेते।
Advertisement
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अपनी टीम को आगामी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया है और इस तरह की अटकलें हैं कि पूरे टूर्नामेंट का आयोजन देश से बाहर हो सकता है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) को पत्र लिखकर BCCI से लिखित में पुष्टि मांगी है कि भारत टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान की यात्रा करने में असमर्थ है।
BCCI के खिलाफ लड़ाई लड़ने की बात कही
Advertisement
लतीफ ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा-
इस बात की बड़ी संभावना है कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ क्रिकेट खेलना बंद कर सकता है। अगर मैं सत्ता में होता तो हां, मैंने ये कड़ा कदम उठाया होता। मैं इसके लिए किसी को दोषी नहीं ठहराऊंगा, अगर आप खेलना नहीं चाहते हैं तो हमारे खिलाफ मत खेलो। अगर मैं वहां होता तो मैं ये फैसला लेता। भारत के साथ क्रिकेट संबंध तोड़ देता। मैं BCCI के खिलाफ लड़ता और फिर देखता कि कौन अधिक शक्तिशाली है।
Advertisement
लतीफ ने सुझाव दिया कि मसलों का समाधान निकलने तक ICC को भारत और पाकिस्तान दोनों को बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी नहीं देनी चाहिए। पाकिस्तान के लिए 37 टेस्ट और 166 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेलने वाले लतीफ ने कहा-
मेरे नजरिए से ICC को दोनों देशों के मेजबानी अधिकार तब तक रोक कर रखने चाहिए जब तक कि उनके बीच के मुद्दे सुलझ नहीं जाते, जब तक कि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता।
राशिद लतीफ ने किया बैन का जिक्र
क्रिकेट में राजनीतिक हस्तक्षेप, विशेषकर एशिया में, पर लतीफ ने ICC के श्रीलंका (2023 में) और जिम्बाब्वे (2019 में) पर लगाए गए प्रतिबंध का जिक्र किया और सवाल किया कि वैश्विक संचालन संस्था भारत और पाकिस्तान के प्रति इतनी नरम क्यों है।
ICC ने पिछले साल नवंबर में देश में खेल के प्रशासन में कथित राजनीतिक हस्तक्षेप के लिए श्रीलंका क्रिकेट (SLC) को निलंबित कर दिया था, हालांकि इस साल जनवरी में निलंबन हटा दिया गया। लतीफ ने कहा-
भारत और पाकिस्तान पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया जा रहा है? क्योंकि ICC का उन पर बहुत कुछ दांव पर लगा है।
BCCI के रुख की आलोचना की
इसे पूर्व क्रिकेटर ने पाकिस्तान में भारतीय टीम की सुरक्षा चिंताओं के बारे में BCCI के रुख की आलोचना करते हुए कहा कि ICC की सुरक्षा टीम ने उनके देश का आकलन किया था और उसे सुरक्षित माना था। लतीफ ने कहा-
मैं कहूंगा कि ये पहली बार है जब BCCI की गलती है। वे जो कारण बता रहे हैं वो बहुत कमजोर है। ये लिखित में होना चाहिए कि BCCI और भारतीय क्रिकेट टीम को खतरा महसूस हो रहा है। ICC की सुरक्षा टीम यहां आई और टूर्नामेंट के लिए हरी झंडी दी। अगर आपको कोई समस्या थी तो आप उन्हें बता सकते थे।
टूर्नामेंट कहीं और शिफ्ट हुआ तो?
ये पूछे जाने पर कि अगर टूर्नामेंट को कहीं और शिफ्ट किया जाता है तो क्या पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी से हट जाएगा, इस अनुभवी खिलाड़ी ने कहा-
किसी ने इसे लिखित में नहीं देखा है। इसे कागज के एक टुकड़े पर लिखना होगा। हमने PCB से बात की है और उन्होंने कहा है कि उन्होंने इस संबंध में पाकिस्तान सरकार को एक ईमेल भेजा है। ये एक गंभीर कानूनी मुद्दा है, कोई भी इसे लिखित में देने को तैयार नहीं है।
'पाकिस्तान को कोई फर्क नहीं पड़ेगा'
लतीफ को भरोसा है कि भारत के साथ मैचों की कमी से पाकिस्तान क्रिकेट की प्रगति में बाधा नहीं आएगी। उन्होंने कहा-
हम 12 साल तक स्वदेश में नहीं खेले। इससे अधिक दुख की बात और क्या हो सकती है? पाकिस्तान को हर आठ साल में (ICC से) तीन करोड़ 40 लाख डॉलर मिलेंगे, चाहे वो भारत के साथ खेलें या नहीं। जो बोर्ड अमीर हैं उन्हें नुकसान होगा, ना कि PCB जैसे बोर्ड को जिसके पास पैसे नहीं हैं। पाकिस्तान द्विपक्षीय श्रृंखला खेलकर अपना अस्तित्व बचा सकता है, भले ही वो आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट नहीं खेलें।
क्रिकेट एक्सपर्ट्स की मानें तो पाकिस्तान ( Pakistan ) के पास अब सिर्फ दो ही विकल्प हैं। या तो वो हाइब्रिड मॉडल (Hybrid Model) के लिए राजी हो जाए या पूरी तरह टूर्नामेंट की मेजबानी छोड़ दे।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
21:15 IST, November 13th 2024