Published 08:05 IST, September 23rd 2024
Somwar Vrat Udyapan: कब से शुरू करें सोमवार का व्रत? जानिए उद्यापन करने का सही समय और विधि
Somwar Vrat Udyapan Vidhi: अगर आप सोमवार का व्रत कर भोलेनाथ की कृपा पाना चाहते हैं तो आपको इस व्रत को शुरू करने के सही समय के बारे में जान लेना चाहिए।
Somwar Vrat Udyapan Vidhi: हिंदू धर्म में सोमवार का दिन भगवान भोलेनाथ को समर्पित किया गया है। इस दिन शिव भक्त बाबा भोलेनाथ की पूजा और व्रत करते हैं। मान्यता है कि भगवान शिव भक्तों के थोड़े प्रयासों से ही प्रसन्न हो जाते हैं, इसलिए उन्हें भोलेनाथ कहा जाता है। कहते हैं कि अगर एक बार महादेव प्रसन्न हो गए तो वह अपने भक्त की हर मनोकामना पूरी करते हैं।
ऐसे में अगर आप भी सोमवार के दिन भगवान शिव को खुश करने के लिए उनका व्रत शुरू करना चाहते हैं तो आइए जानते हैं इसकी शुरुआत के लिए सही समय कौन सा रहेगा। साथ ही जानते हैं सोमवार के व्रत का उद्यापन कब करना चाहिए और इसकी सही विधि क्या है।
कब से शुरू करें सोमवार का व्रत? (Kab Shuru Karein Somwar Ka Vrat)
सोमवार का व्रत श्रावण मास के किसी भी सोमवार से शुरू किया जा सकता है। लेकिन अगर आप किसी कारणवश श्रावण मास में ये व्रत शुरू नहीं कर पाते हैं तो आप चैत्र वैशाख, कार्तिक और मार्गशीर्ष के महीने में भी सोमवार के व्रत की शुरुआत कर सकते हैं।
वहीं, सावन सोमवार का व्रत हमेशा इन महीनों के शुक्लपक्ष के पहले सोमवार से शुरू करना काफी शुभ माना जाता है। इस बात का खास ध्यान रखें कि भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए आपको 16 सोमवार का व्रत अवश्य करना चाहिए। तभी आपका व्रत पूरा माना जाएगा। इसके बाद आप इस व्रत का उद्यापन कर सकते हैं।
कब करें सोमवार के व्रत का उद्यापन? (Somwar Vrat Udyapan)
किसी भी महीने के सोमवार के दिन सोमवार व्रत का उद्यापन कर सकते हैं। सोमवार के व्रत का उद्यापन करने के लिए सावन, कार्तिक, वैशाख, ज्येष्ठ और मार्गशीर्ष महीने का सोमवार अति शुभ माना गया है। इस समय उद्यापन करना बेहद लाभकारी होगा।
सोमवार व्रत उद्यापन सामग्री (Somwar Vrat Udyapan Samagri)
शिवजी और माता पार्वती की मूर्ति या तस्वीर, लकड़ी की चौकी, चंदन, अक्षत, बेलपत्र, पान, सुपारी, गंगाजल, घी, लाल कपड़ा, फूल, दीपक, फल, रोली, मौली, धूप, कपूर, बाती। पंचामृत बनाने के लिए दूध, दही, शहद, घी, मिश्री या गुड़।
सोमवार व्रत की उद्यापन विधि (Somwar Vrat Udyapan Vidhi)
- सोमवार व्रत का उद्यापन करने के लिए सोमवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और सफेद या पीले रंग के साफ वस्त्र धारण करें।
- पूजा शुरू करने से पहले पूजास्थल को गंगाजल छिड़कर शुद्ध करें।
- इसके बाद एक चौकी पर लाल रंग का साफ कपड़ा बिछाकर भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
- भगवान शिव को चंदन का तिलक लगाएं और माता पार्वती को सिंदूर कुमकुम लगाएं।
- धूप-दीप जलाकर उन्हें फूल, फल, पान, सुपारी, मौली आदि चीजें अर्पित करें।
- इसके साथ ही भोलेनाथ को बेलपत्र, धतूरा, भांग आदि भी अर्पित करें।
- अब शिवजी और माता पार्वती को पंचामृत का भोग लगाएं।
- इसके बाद शिवजी की आरती कर मनचाहा फल पाने की कामना करें।
- पूजा के बाद किसी ब्राह्मण या जरूरतमंद को भोजन, दक्षिणा या वस्त्र दान कर उद्यापन को पूरा करें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Updated 08:05 IST, September 23rd 2024