Search icon
Download the all-new Republic app:

पब्लिश्ड 09:08 IST, January 25th 2025

Shattila Ekadashi Aarti: आज जरूर करें विष्णु जी की ये आरती, चमक जाएगी फूटी किस्मत; हर मनोकामना होगी पूरी!

Shattila Ekadashi 2025 Date: षटतिला एकादशी के दिन आपको विष्णु जी की इस आरती का पाठ जरूर करना चाहिए।

षटतिला एकादशी पर विष्णु आरती | Image: Freepik

Vishnuji ki Aarti: आज यानी शनिवार के दिन षटतिला एकादशी मनाई जा रही है। हिंदू धर्म में षटतिला एकादशी का बेहद खास महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा किए जाने का विधान है। माना जाता है कि जो साधक इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के साथ-साथ व्रत भी करता है उस पर विष्णुजी और मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है।

ऐसे में अगर आप भी आज विष्णु भगवान और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उनका व्रत और पूजा करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको आज के दिन विष्णुजी की इस आरती का पाठ जरूर करना चाहिए। इससे आपकी हर मनोकामना पूरी होगी साथ ही आपके सभी दुखों का नाश भी होगा। तो चलिए बिना किसी देरी के जानते हैं विष्णुजी की आरती के बारे में।

षटतिला एकादशी पर विष्णु आरती (Vishnu Aarti on Shattila Ekadashi)

ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे,
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे।
भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥
ॐ जय जगदीश हरे...

जो ध्यावे फल पावे, दुःख विनसे मन का।
स्वामी दुःख विनसे मन का।
सुख सम्पत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का॥
ॐ जय जगदीश हरे...

मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूं मैं किसकी।
स्वामी शरण गहूं मैं किसकी।
तुम बिन और न दूजा, आस करूं जिसकी॥
ॐ जय जगदीश हरे...

तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी।
स्वामी तुम अन्तर्यामी।
पारब्रह्म परमेश्वर, तुम सबके स्वामी॥
ॐ जय जगदीश हरे...

तुम करुणा के सागर, तुम पालन-कर्ता।
स्वामी तुम पालन-कर्ता।
मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥
ॐ जय जगदीश हरे...

तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।
स्वामी सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूं दयामय, तुमको मैं कुमति॥
ॐ जय जगदीश हरे...

दीनबन्धु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।
स्वामी तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥
ॐ जय जगदीश हरे...

विषय-विकार मिटाओ, पाप हरो देवा।
स्वामी पाप हरो देवा।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, संतन की सेवा॥
ॐ जय जगदीश हरे...

श्री जगदीशजी की आरती, जो कोई नर गावे।
स्वामी जो कोई नर गावे।
कहत शिवानन्द स्वामी, सुख सम्पत्ति पावे॥
ॐ जय जगदीश हरे...

ये भी पढ़ें: Shattila Ekadashi 2025: षटतिला एकादशी आज, जानिए शुभ मुहूर्त से पूजा विधि तक सबकुछ

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

अपडेटेड 09:08 IST, January 25th 2025

Recommended

Search icon
Home
Live TV
बजट
चुनाव
Quick
भारत
दुनिया
मनोरंजन
कारोबार
खेल
लाइफस्टाइल
वीडियो
वेब स्टोरीज
शोज
फोटो गैलरीज
शॉर्ट्स
टेक्नोलॉजी
धर्म और आध्यात्मिकता
वायरल
रक्षा
लेटेस्ट न्यूज़
प्रधान सेवक
Download the all-new Republic app: