Published 20:41 IST, September 29th 2024
Sharadiya Navratri Calendar: एक ही दिन रखा जाएगा ये व्रत, किस तारीख पर किस देवी की होगी पूजा?
Navratri Calendar: शारदीय नवरात्रि को अब बस कुछ दिन ही रह गए हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि किस दिन किस देवी की पूजा की जाती है।
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Navratri me kaun se din kis devi ki puja hoti hai: मां भगवती के भक्तों को नवरात्रि पर्व का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार रहता है। वहीं शारदीय नवरात्रि को शुरू होने में बस कुछ दिन ही और बचे हैं। ऐसे में लोग इसकी तैयारियों में जुट गए हैं। साफ-सफाई से लेकर साज-सजावट और नौ देवियों को प्रसन्न करने की तैयारियां कर रहे हैं। ऐसे में नवरात्रि की नौ देवियों को प्रसन्न करने के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि किस दिन किस देवी की पूजा की जाती है। तो चलिए इसके बारे में जानते हैं।
हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होने वाली शारदीय नवरात्रि (shardiya navratri) इस साल 3 अक्टूबर 2024 दिन गुरुवार से शुरू हो रहा है, जिसका समापन 11 अक्टूबर 2024 दिन शुक्रवार को नवमी तिथि पर होगा। वहीं इसके अगले दिन 12 अक्टूबर दिन शनिवार को विजयादशमी (vijayadashami) का पर्व मनाया जाता है, जिसे दशहरा के नाम से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं इस साल किस दिन किस देवी की पूजा की जाएगी।
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नवरात्रि में किस दिन किस देवी की होगी पूजा?
शारदीय नवरात्रि का पहला दिन: 3 अक्टूबर दिन गुरुवार- घटस्थापना, मां शैलपुत्री की पूजा
शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन: 4 अक्टूबर दिन शुक्रवार- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
शारदीय नवरात्रि का तीसरा दिन: 5 अक्टूबर दिन शनिवार- मां चंद्रघंटा की पूजा
शारदीय नवरात्रि का चौथा दिन: 6 अक्टूबर दिन रविवार- मां कूष्मांडा की पूजा
शारदीय नवरात्रि का पांचवा दिन: 7 अक्टूबर दिन सोमवार- मां स्कंदमाता की पूजा
शारदीय नवरात्रि का छठा दिन: 8 अक्टूबर दिन मंगलवार- मां कात्यायनी की पूजा
शारदीय नवरात्रि का सातवां दिन: 9 अक्टूबर दिन बुधवार- मां कालरात्रि की पूजा
शारदीय नवरात्रि का आठवां दिन: 10 अक्टूबर दिन गुरुवार- मां महागौरी की पूजा
शारदीय नवरात्रि का नौवां दिन: 11 अक्टूबर दिन शुक्रवार- मां सिद्धिदात्री की पूजा
एक ही दिन रखा जाएगा ये व्रत
इस शारदीय नवरात्रि अष्टमी और नवमी तिथि एक साथ पड़ रही है। ऐसे में इन दोनों का व्रत एक साथ रखा जाएगा। पंचांग के मुताबिक आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 10 अक्टूबर की दोपहर 12 बजकर 31 मिनट से शुरू होगी जो 11 अक्टूबर की दोपहर 12 बजकर 6 मिनट पर समाप्त होगी। इसके बाद नवमी तिथि लग जाएगी, जो 12 अक्टूबर की सुबह 10 बजकर 57 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। ऐसे में ये दोनों व्रत एक ही दिन रखा जाएगा और जो, लोग नौ दिन का व्रत रख रहे हैं, वह 12 अक्टूबर को दशमी तिथि में पारण कर सकते हैं।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
20:41 IST, September 29th 2024