Published 19:37 IST, October 4th 2024
Navratri 3rd Day: शत्रुओं पर पाना है विजय? तो तीसरे दिन मां चंद्रघंटा के इन मंत्रों का करें जाप
Sharadiya Navratri का तीसरा दिन मां चंद्रघंटा को समर्पित किया गया है। ऐसे में अगर आप इन्हें खुश करना चाहते हैं, तो कुछ मंत्रों का जाप कर सकते हैं।
Maa Chandraghanta Mantra: इन दिनों शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है। नौ दिन तक चलने वाले नवरात्रि (Navratri) का हर एक दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों को समर्पित किया गया है। इसी कड़ी में तीसरा दिन मां चंद्रघंटा (Maa Chandraghanta) को समर्पित है। इस दिन विधिवत इनकी पूजा अर्चना की जाती है। वहीं शास्त्रों के मुताबिक माता चंद्रघंटा शुक्र को नियंत्रित करने वाली देवी है। ऐसे में अगर आप नवरात्रि के तीसेर दिन पूजा के साथ-साथ कुछ मंत्रों (Maa Chandraghanta Mantra) का जाप करते हैं, तो जीवन में दुखों से छुटाकारा मिलता है और दुश्मनों पर विजय भी पा सकते हैं।
नवरात्रि के तीसरे दिन (Navratri 3rd day) माता पार्वती (mata parvati) के रौद्र रूप देवी चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। शास्त्रों के मुताबिक उनका यह रूप तब दिखता है, जब वह बहुत ही ज्यादा क्रोधित होती हैं। मां चंद्रघंटा के हाथों में त्रिशूल, तलवार और गदा विराजमान है। मान्यता है कि माता रानी भक्तों के दुखों को दूर करने के लिए हमेशा तत्पर रहती हैं। ऐसे में अगर आप दुखों या दुश्मनों से परेशान हैं, तो तीसरे दिन मां चंद्रघंटा (Chandraghanta) के पूजन और मंत्रों जाप (Chandraghanta Mantra) कर सकते हैं। आइए जानें मां चंद्रघंटा के चमत्कारिक मंत्रों के बारे में...
नवरात्रि के तीसरे दिन पूजा के साथ मां चंद्रघंटा के इन मंत्रों का करें जाप
देवी चंद्रघंटा का ध्यान मंत्र
वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्।
सिंहारूढा चन्द्रघण्टा यशस्विनीम्॥
मणिपुर स्थिताम् तृतीय दुर्गा त्रिनेत्राम्।
खङ्ग, गदा, त्रिशूल, चापशर, पद्म कमण्डलु माला वराभीतकराम्॥
पटाम्बर परिधानां मृदुहास्या नानालङ्कार भूषिताम्।
मञ्जीर, हार, केयूर, किङ्किणि, रत्नकुण्डल मण्डिताम॥
प्रफुल्ल वन्दना बिबाधारा कान्त कपोलाम् तुगम् कुचाम्।
कमनीयां लावण्यां क्षीणकटि नितम्बनीम्॥
मां चंद्रघंटा का प्रार्थना मंत्र
पिण्डज प्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यम् चन्द्रघण्टेति विश्रुता॥
मां चंद्रघण्टा का प्रभावशाली मंत्र
ॐ देवी चन्द्रघण्टायै नमः॥
स्तुति
या देवी सर्वभूतेषु माँ चन्द्रघण्टा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
मां चंद्रघंटा के मंत्र जाप से होते हैं ये फायदे
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक मां चंद्रघंटा शुक्र ग्रह को नियंत्रित करती हैं। ऐसे में इनकी पूजा करने से शुक्र ग्रह के बुरे प्रभाव को कम किया जा सकता है। साथ ही इनकी आराधना से व्यक्ति में वीरता का संचार होता है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Updated 19:37 IST, October 4th 2024