Download the all-new Republic app:

Published 07:21 IST, April 5th 2024

Papmochani Ekadashi 2024: पापमोचिनी एकादशी आज, जानिए मुहूर्त और सही पूजा विधि

Papamochini Ekadashi: आज पापमोचिनी एकादशी का व्रत करने जा रहे हैं तो आपको पूजा के शुभ मुहूर्त और विधि के बारे में जान लेना चाहिए।

Reported by: Kajal .
Follow: Google News Icon
×

Share


पापमोचिनी एकादशी 2024 | Image: Freepik

Papamochini Ekadashi 2024: सनातन धर्म में किसी भी एकादशी तिथि का बेहद खास महत्व होता है। वैसे तो हर महीने पड़ने वाली एकादशी को अलग-अलग नाम से जाना जाता है। जिसके अनुसार चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को पापमोचिनी एकादशी (Papmochani Ekadashi) कहा जाता है।

मान्यता है कि पापमोचिनी एकादशी के दिन व्रत करने से व्यक्ति को हर तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है। इस दिन मुख्य रूप से भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के लिए व्रत रखकर उनकी पूजा अर्चना की जाती है। वहीं, चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी आज यानी शुक्रवार,  5 अप्रैल के दिन मनाई जा रही है।

ऐसे में अगर आप अपने पुराने पापों से मुक्ति पाना चाहते हैं और चाहते हैं कि घर-परिवार पर भगवान विष्णु की कृपा हमेशा बनी रहे तो आपको पापमोचिनी एकादशी के दिन पूजा के शुभ मुहूर्त और विधि के बारे में जान लेना चाहिए।

पापमोचिनी एकादशी शुभ मुहूर्त (Papmochani Ekadashi Shubh Muhurat)

चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि यानी पापमोचिनी एकादशी का आरंभ 4 अप्रैल को शाम 04 बजकर 16 मिनट से अगले दिन यानी 5 अप्रैल शुक्रवार को दोपहर 01 बजकर 28 मिनट तक रहेगी। ऐसे में आज यानी 5 अप्रैल को विष्णु जी की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 41 मिनट से  सुबह 10 बजकर 49 मिनट तक रहेगा। इस दौरान आप भगवान विष्णु जी की पूजा कर सकते हैं।

व्रत पारण का समय (Papmochani Ekadashi Vrat Paran Time)

पापमोचिनी एकादशी के व्रत पारण के लिए 6 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 05 मिनट से सुबह 08 बजकर 37 मिनट के बीच का समय शुभ रहेगा।

पापमोचिनी एकादशी पूजा विधि (Papmochani Ekadashi Puja Vidhi)

  • पापमोचिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से पहले स्नान आदि करें।
  • इसके बाद स्वच्छ और पीले रंग के वस्त्र धारण करें।
  • अब पूजा के लिए सबसे पहले भगवान विष्णु जी की प्रतिमा का जलाभिषेक करें।
  • विष्णु जी को पीला चंदन लगाकर और पीले फूल अर्पित करें।
  • अब विष्णु जी के समीप घी का दीपक जलाकर धूपबत्ती जलाएं।
  • इसके बाद पापमोचिनी एकादशी की व्रत कथा का पाठ करें और 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करें।
  • आखिर में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी आरती कर शुभ फल पाने की प्रार्थना करें। 

ये भी पढ़ें: Aaj Ka Rashifal: इन राशि वालों को आज मिल सकती है खुशखबरी, पढ़ें राशिफल

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Updated 07:34 IST, April 5th 2024

Recommended

Live TV

Republic Bharat is Bharat's leading news channel.