Published 18:07 IST, September 6th 2024
Lalbaugcha Raja: विश्व प्रसिद्ध हैं लालबागचा राजा, क्या हैं इनकी खासियत? देखें 2024 की पहली झलक
Lalbaugcha Raja: गणेश चतुर्थी के मौके पर विश्व प्रसिद्ध लालबागचा राजा की पहली झलक सामने आई है। आइए इसके इतिहास के बारे में जानते हैं।
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Lalbaugcha Raja 2024: हिंदू धर्म में बहुत खास और महत्वपूर्ण माना जाने वाला गणेश चतुर्थी ( Ganesh Chaturthi ) का त्योहार हर साल बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। वहीं इस साल भी इसकी खूब धूम देखने को मिल रही है। 10 दिनों तक चलने वाले इस पावन पर्व की शुरुआत 7 सिंतबर 2024 दिन शनिवार से हो रही है, जिसकी तैयारियां देशभर में पूरी हो चुकी हैं। यह पर्व मुख्य रूप से महाराष्ट्र में मनाया जाता है। वहीं गुरुवार 5 सितंबर 2024 की शाम मुंबई के विश्व प्रसिद्ध लालबागचा राजा (Lalbaugcha Raja 2024) की मूर्ति से भी पर्दा हटा दिया गया है। ऐसे में आइए इसके इतिहास के बारे में जानते हैं और लाल बाग के राजा की पहली झलक देखते हैं।
हर साल मुंबई के पिटलाबाई चौल में लालबागचा राजा (Lalbaugcha Raja Ganpati) की प्रतिमा स्थापित की जाती है। यह गणेश पंडाल मुंबई का सबसे प्रसि्द्ध पंडाल है। यहां देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग बप्पा के दर्शन के लिए आते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि लाल बाग के राजा की खासियत और इसका इतिहास क्या है?
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क्यों विश्व प्रसिद्ध है लालबागचा राजा क्या हैं इसकी खासियत? (Lalbaugcha Raja)
गणेश चतुर्थी ( Ganesh Chaturthi ) का त्योहार देवाधिदेव महादेव के छोटे पुत्र भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। पूरे 10 दिनों तक इस पर्व की धूम रहती है। मुख्य रूप से महाराष्ट्र में मनाया जाने वाला गणेश चतुर्थी ( Ganesh Chaturthi 2024) के त्योहार में मुंबई का लालबागचा के राजा का पंडाल हमेशा ही चर्चा में बना रहता है। दरअसल, इसके पीछे खास वजह है। हर साल मुंबई के पिटलाबाई चौल में लालबागचा राजा (Lalbaugcha Raja 2024 First look) की प्रतिमा स्थापित की जाती है। यह गणेश पंडाल मुंबई का सबसे प्रसि्द्ध पंडाल है।
क्या है लालबागचा राजा की खासियत? (Lalbaugcha Raja)
इस विश्व प्रसिद्ध पंडाल में स्थापित होने वाली विघ्नहर्ता गणेश भगवान की मूर्ति नवसाचा गणपति के नाम से जानी जाती है। मान्यता है कि बप्पा का यह स्वरूप व्यक्ति की सभी इच्छाओं को पूरा करने वाला होता है। यही कारण है, कि लालबागचा राजा (Lalbaugcha Raja) को मन्नत का राजा भी कहा जाता है। वहीं इसके अलावा लाल बाग के राजा की खासियत यह भी है कि यहां हर साल गणपति की प्रतिमा का डिजाइन बदल जाती है। ऐसे में बप्पा (Bappa) के भक्त उनकी एक झलक पाने को बेताब रहते हैं।
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क्या है लाल बाग के राजा का इतिहास? (Lalbaugcha Raja)
लालबागचा राजा (Lalbaugcha Raja) मंदिर की स्थापना 1934 में की गई थी। गणेश जी का यह भव्य मंदिर महाराष्ट्र के मुंबई के परेल इलाके में स्थित है। लाल बाग के राजा को इच्छाओं की पूर्ति करने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है। गणेश चतुर्थी पर 9 से 10 दिनों तक चलने वाले भव्य गणेशोत्सव में गणपति जी के दर्शन करने के लिए भक्तों की 5-10 किलोमीटर लम्बी कतार लगती है। वहीं लालबागचा राजा (Lalbaugcha Raja Photo) के मूर्ति का निर्माण करने की जिम्मेदारी लगभग 89 सालों से कांबली परिवार संभाल रहा है।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
17:27 IST, September 6th 2024