Published 08:02 IST, November 22nd 2024
PM मोदी ने 16-21 नवंबर तक नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की सफल यात्रा की पूरी, दिल्ली रवाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 से 21 नवंबर तक नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की अपनी ऐतिहासिक तीन देशों की यात्रा पूरी की। यात्रा की शुरुआत नाइजीरिया से हुई।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 से 21 नवंबर तक नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की अपनी ऐतिहासिक तीन देशों की यात्रा पूरी की। यात्रा की शुरुआत नाइजीरिया से हुई, जहां उन्होंने द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत करने की कोशिश की। इसके बाद, प्रधानमंत्री ने ब्राजील में आयोजित 19वें जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया, जहां वैश्विक मुद्दों पर जरूरी चर्चाएं हुईं।
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का तीसरा और अंतिम चरण गुयाना में रहा, जो भारतीय प्रधानमंत्री की 50 साल में पहली आधिकारिक यात्रा थी। गुयाना में उन्होंने दूसरे भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की, जिससे क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। अब प्रधानमंत्री मोदी जॉर्जटाउन से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं, उनकी यह यात्रा भारत के वैश्विक कूटनीतिक दायरे को और विस्तारित करेगी।
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इंडो-गुयाना के बीच समानताओं पर जोर
प्रधानमंत्री ने इंडो-गुयाना समुदाय और कैरेबियाई राष्ट्र के विकास में उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से तीन चीजें संस्कृति, भोजन और क्रिकेट भारत और गुयाना को गहराई से जोड़ती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच समानताओं पर जोर देते हुए कहा कि संस्कृति, खान-पान और क्रिकेट भारत और गुयाना को गहराई से जोड़ते हैं। गुरुवार को गुयाना में एक सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने इंडो-गुयाना समुदाय और कैरेबियाई राष्ट्र के विकास में उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि खास रूप से तीन चीजें संस्कृति, भोजन और क्रिकेट भारत और गुयाना को गहराई से जोड़ती हैं। प्रधानमंत्री बुधवार को यहां गुयाना पहुंचे, जो 50 सालों से ज्यादा किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की इस देश की पहली यात्रा रही।
पीएम मोदी ने इंडो-गुयाना समुदाय की भावना को सलाम करते हुए कहा, आपने आजादी और लोकतंत्र के लिए लड़ाई लड़ी है। आपने गुयाना को सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनाने के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि छोटी सी शुरुआत से आप शीर्ष तक पहुंचे हैं। प्रवासी भारतीयों को राष्ट्रदूत कहते हुए मोदी ने कहा कि वे भारतीय संस्कृति और मूल्यों के राजदूत हैं।
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भारतीयों से भारत को नहीं निकाल सकते
पीएम मोदी ने कहा कि, आप एक भारतीय को भारत से बाहर ले जा सकते हैं, लेकिन आप एक भारतीय से भारत को नहीं निकाल सकते। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि इंडो-गुयाना समुदाय के लिए गुयाना अपनी मातृभूमि है और भारत माता अपनी पैतृक भूमि है। भारत के विकास के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह न सिर्फ प्रेरणादायक है बल्कि समावेशी भी है।
राष्ट्रपति अली को धन्यवाद
गुयाना के जॉर्जटाउन में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मेरे लिए अपने घर के दरवाजे खोलने के लिए मैं राष्ट्रपति अली को धन्यवाद देता हूं। राष्ट्रपति अली और उनकी दादी के साथ, हमने एक पेड़ भी लगाया। यह हमारी पहल- ‘एक पेड़ माँ के नाम’ का हिस्सा है। यह एक भावनात्मक क्षण था जिसे मैं हमेशा याद रखूंगा। मुझे गुयाना का सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार, ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस प्राप्त करके बहुत सम्मानित महसूस हुआ।
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06:56 IST, November 22nd 2024