Published 11:13 IST, January 28th 2024
गणतंत्र दिवस पर महिला टुकडि़यों का शौर्य देख पूरे देश को गर्व हुआ, Mann Ki Baat में बोले PM Modi
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को 'मन की बात' (Mann Ki Baat) कार्यक्रम के जरिए संबोधित किया।
- प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी
- 3 min read
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को 'मन की बात' (Mann Ki Baat) कार्यक्रम के जरिए संबोधित किया। पीएम मोदी की 'मन की बात' कार्यक्रम का आज 109वां एपिसोड हैं। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, मेरे प्यारे देशवासियों, इस बार 26 जनवरी की परेड बहुत ही अद्भुत रही,लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा परेड में Women Power को देखकर हुई, जब कर्त्तव्य पथ पर, केंद्रीय सुरक्षा बलों और दिल्ली पुलिस की महिला टुकड़ियों ने कदमताल शुरू किया तो सभी गर्व से भर उठे।
महिला बैंड का मार्च देखकर, उनका जबरदस्त तालमेल देखकर, देश-विदेश में लोग झूम उठे। इस बार परेड में मार्च करने वाले 20 दस्तों में से 11 दस्ते महिलाओं के ही थे। हमने देखा कि जो झाँकी निकली, उसमें भी सभी महिला कलाकार ही थीं। जो सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए, उसमें भी करीब डेढ़ हज़ार बेटियों ने हिस्सा लिया था | कई महिला कलाकार शंख, नादस्वरम और नागदा जैसे भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजा रही थीं | DRDO ने जो झांकी निकाली, उसने भी सभी का ध्यान खींचा | उसमें दिखाया गया कि कैसे नारीशक्ति जल-थल-नभ, Cyber और Space, हर क्षेत्र में देश की सुरक्षा कर रही हैं। 21वीं सदी का भारत, ऐसे ही Women Led Development के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है।
हर क्षेत्र में हमारी बेटियाँ, देश की महिलाएं कमाल करके दिखा रही हैं
साथियो, आपने कुछ दिन पहले ही अर्जुन अवार्ड समारोह को भी देखा होगा। इसमें राष्ट्रपति भवन में देश के कई होनहार खिलाड़ियों और एथलीटों को सम्मानित किया गया है। यहां भी जिस एक बात ने लोगों का खूब ध्यान खींचा, वो थी अर्जुन पुरस्कार पाने वाली बेटियां और उनकी life journeys। इस बार 13 Women Athletes को Arjun Award से सम्मानित किया गया है | इन women athletes ने अनेकों बड़े टूर्नामेंटों में हिस्सा लिया और भारत का परचम लहराया| शारीरिक चुनौतियां, आर्थिक चुनौतियां, इन साहसी और talented खिलाड़ियों के आगे टिक नहीं पाईं| बदलते हुए भारत में, हर क्षेत्र में हमारी बेटियाँ, देश की महिलाएं कमाल करके दिखा रही हैं।
पीएम मोदी ने की Self Help Groups की बात
एक और क्षेत्र है, जहां, महिलाओं ने, अपना परचम लहराया है, वो है - self help groups। आज women self help groups की देश में संख्या भी बढ़ी है और उनके काम करने के दायरे का भी बहुत विस्तार हुआ है। वो दिन दूर नहीं, जब आपको गाँव-गाँव में खेतों में, नमो ड्रोन दीदियां, ड्रोन के माध्यम से खेती में मदद करती हुई दिखाई देंगी। मुझे यूपी के बहराइच में स्थानीय चीजों के उपयोग से bio fertilizer और bio pesticide तैयार करने वाली महिलाओं के बारे में पता चला। Self help groups से जुड़ी निबिया बेगमपुर गाँव की महिलाएँ, गाय के गोबर, नीम की पत्तियाँ, और कई तरह के औषधीय पौधों को मिलाकर, bio fertilizer तैयार करती हैं। इसी तरह ये महिलाएं अदरक, लहसुन, प्याज और मिर्च का paste बनाकर organic pesticide भी तैयार करती हैं। इन महिलाओं ने मिलकर ‘उन्नति जैविक इकाई’ नाम का एक संगठन बनाया है।
ये संगठन bio products को तैयार करने में इन महिलाओं की मदद करता है। इनके द्वारा बनाए गए bio fertilizer और biopesticide की मांग भी लगातार बढ़ रही है। आज, आसपास के गावों के 6 हजार से ज्यादा किसान इनसे bio products खरीद रहे हैं। इससे self help group से जुड़ी इन महिलाओं की आय बढ़ी है, और उनकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर हुई है।
Updated 11:13 IST, January 28th 2024