Published 11:05 IST, July 2nd 2024
Baby Names From Hanuman Chalisa: हनुमान चालीसा से लें बच्चों के ये नेम, हर नाम है Modern-Unique
Baby Names From Hanuman Chalisa in Hindi: हनुमान चालीसा से जुड़े कुछ नामों को आप अपने बच्चों को दे सकते हैं। जानते हैं इन नामों के बारे में...
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Baby Names From Hanuman Chalisa in Hindi: हनुमान चालीसा का महत्व किसी से छुपा नहीं है। हनुमान चालीसा का पाठ किया जाए तो मान्यता है कि हनुमान जी बड़े प्रसन्न होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हनुमान चालीसा के अंदर कई ऐसे नाम हनुमान जी से जुड़े छुपे हैं जो न केवल आपके बच्चों पर उनका आशीर्वाद बनाए रख सकते हैं बल्कि इससे हनुमान जी आपके बच्चों की रक्षा भी कर सकते हैं। आज का हमारा आर्टिकल इसी टॉपिक पर है। आज हम आपको बताएंगे कि आप हनुमान चालीसा (Importance of Hanuman Chalisa) से कौन से नाम अपने बच्चों को दे सकते हैं और उन पर हनुमान जी की कृपा बनाए रख सकते हैं। पढ़ते हैं आगे...
हनुमान चालीसा से लें बच्चों के नाम (Bacchon ke Naam from Hanuman Chalisa)
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि !
बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि !!
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नाम - बिमल, रघुबर, मनु
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार !
बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार !!
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नाम - पवन
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर..
जय कपीस तिहुं लोक उजागर॥
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रामदूत अतुलित बल धामा।
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा ॥1॥
महाबीर बिक्रम बजरंगी।
कुमति निवार सुमति के संगी ॥2॥
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कंचन बरन बिराज सुबेसा।
कानन कुंडल कुंचित केसा ॥3॥
नाम - ज्ञान, अंजनि, कंचन, जय
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।
बिकट रूप धरि लंक जरावा ॥8॥
भीम रूप धरि असुर संहारे।
रामचंद्र के काज संवारे ॥9॥
लाय सजीवन लखन जियाये।
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये ॥10॥
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥11॥
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं।
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं ॥12॥
नाम - सूक्ष्म, भीम, भरत
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा।
नारद सारद सहित अहीसा ॥13॥
जम कुबेर दिगपाल जहां ते।
कबि कोबिद कहि सके कहां ते ॥14॥
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा।
राम मिलाय राज पद दीन्हा ॥15॥
तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना।
लंकेस्वर भए सब जग जाना ॥16॥
जुग सहस्र जोजन पर भानू।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू ॥17॥
नाम - मधुर, बिभीषन, मंत्र, कुबेर, भानू।
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै।
कांधे मूंज जनेऊ साजै॥4॥
संकर सुवन केसरीनंदन।
तेज प्रताप महा जग बन्दन ॥5॥
विद्यावान गुनी अति चातुर।
राम काज करिबे को आतुर ॥6॥
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।
राम लखन सीता मन बसिया ॥7॥
नाम - तेज, ध्वजा, प्रताप, राम, लखन, सीता
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।
जलधि लांघि गये अचरज नाहीं ॥18॥
दुर्गम काज जगत के जेते।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते ॥19॥
राम दुआरे तुम रखवारे।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥20॥
सब सुख लहै तुम्हारी सरना।
तुम रक्षक काहू को डर ना ॥21॥
आपन तेज सम्हारो आपै।
तीनों लोक हांक तें कांपै ॥22॥
भूत पिसाच निकट नहिं आवै।
महाबीर जब नाम सुनावै ॥23॥
नाम - जगत, महाबीर
नासै रोग हरै सब पीरा।
जपत निरंतर हनुमत बीरा ॥24॥
संकट तें हनुमान छुड़ावै।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै ॥25॥
सब पर राम तपस्वी राजा।
तिन के काज सकल तुम साजा ॥26॥
और मनोरथ जो कोई लावै।
सोइ अमित जीवन फल पावै ॥27॥
चारों जुग परताप तुम्हारा।
है परसिद्ध जगत उजियारा ॥28॥
नाम - अमित, हनुमान, तपस्वी, क्रम
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता।
अस बर दीन जानकी माता ॥30॥
राम रसायन तुम्हरे पासा।
सदा रहो रघुपति के दासा ॥31॥
तुम्हरे भजन राम को पावै।
जनम-जनम के दुख बिसरावै ॥32॥
अन्तकाल रघुबर पुर जाई।
जहां जन्म हरि-भक्त कहाई ॥33॥
और देवता चित्त न धरई।
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई ॥34॥
नाम - देव, हरि, दाता
संकट कटै मिटै सब पीरा।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा ॥35॥
जै जै जै हनुमान गोसाईं।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं ॥36॥
जो सत बार पाठ कर कोई।
छूटहि बंदि महा सुख होई ॥37॥
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।
होय सिद्धि साखी गौरीसा ॥38॥
तुलसीदास सदा हरि चेरा।
कीजै नाथ हृदय मंह डेरा ॥39॥
नाम - तुलसी, सिद्धि
पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप ॥
नाम - मंगल, रूप, सीता
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
09:44 IST, July 2nd 2024