Published 13:10 IST, August 27th 2024
पश्चिम बंगाल छात्र समाज की ‘नबन्ना अभिजन’ रैली आज, CM ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग
छात्र संगठन ‘पश्चिम बंगाल छात्र समाज’ और ‘संग्रामी जौथा मंच’ ‘नबान्न अभिजन’ रैली आयोजित करने जा रहे हैं, जबकि प्रशासन इस आयोजन को अवैध घोषित कर चुका है।
छात्र संगठन ‘पश्चिम बंगा छात्र समाज’ और ‘संग्रामी जौथा मंच’ मंगलवार को अपनी ‘नबान्न अभिजन’ रैली आयोजित करने जा रहे हैं, जबकि प्रशासन इस आयोजन को अवैध घोषित कर चुका है।
राज्य सचिवालय तक निकाली जा रही रैली का मुख्य उद्देश्य मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे और आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक चिकित्सक के कथित दुष्कर्म तथा हत्या में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग करना है। पश्चिम बंगा छात्र समाज एक अपंजीकृत छात्र समूह है, जबकि संग्रामी जौथा मंच राज्य सरकार के कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करता है, जो अपने महंगाई भत्ते (डीए) को केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर करने की मांग कर रहे हैं।
राज्य पुलिस ने संभावित हिंसा और सार्वजनिक अव्यवस्था की चिंता का हवाला देते हुए रैली को ‘‘अवैध’’ और ‘‘अनधिकृत’’ करार दिया है। अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) (कानून व्यवस्था) मनोज वर्मा ने कहा था कि पुलिस को विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली है कि उपद्रवी रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों के बीच घुसने और बड़े पैमाने पर हिंसा व अराजकता फैलाने का प्रयास करेंगे। इसके मद्देनजर सरकार ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत नबन्ना (राज्य सचिवालय) के आसपास निषेधाज्ञा लागू कर दी है। इसके तहत पांच या अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध है।
तृणमूल कांग्रेस ने रैली को सड़कों पर अराजकता पैदा करने की “साजिश” करार देते हुए पश्चिम मेदिनीपुर जिले के घाटल के भाजपा नेताओं के कुछ वीडियो जारी किए, जो रैली में कथित तौर पर हिंसा भड़काने की योजना बना रहे थे। वीडियो में दिख रहे लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। अपेक्षित व्यवधानों के जवाब में कई शिक्षण संस्थानों ने ‘ऑनलाइन’ कक्षाएं संचालित करने का विकल्प चुना या मंगलवार को छुट्टी घोषित कर दी है। राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने छात्रों के विरोध के अधिकार की वकालत की। उन्होंने राज्य सरकार से रैली को रोकने के लिए बल प्रयोग से बचने का आग्रह किया है।
Updated 13:10 IST, August 27th 2024