Published 09:09 IST, August 15th 2024
ऐसी नई शिक्षा व्यवस्था विकसित करना चाहते हैं ताकि युवाओं को विदेश जाने को मजबूर ना होना पड़े-PM मोदी
PM Modi on New Education System: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नई शिक्षा व्यवस्था विकसित करने की इच्छा व्यक्त की है।
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PM Modi on New Education System: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नई शिक्षा व्यवस्था विकसित करने की इच्छा व्यक्त की है, जिसका उद्देश्य युवाओं को विदेश जाने के लिए मजबूर न करना है। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि भारत में एक ऐसी प्रणाली विकसित की जाए जो उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करे और छात्रों को उनके भविष्य के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध कराए। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि देश के युवाओं को उनकी क्षमताओं के अनुरूप शिक्षा प्राप्त होनी चाहिए, जिससे वे वर्ल्ड कॉम्पटीशन में सफल हो सके और देश की प्रगति में योगदान दे सकें।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अगले पांच सालों में 75,000 और मेडिकल सीट सृजित की जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि देश के युवा पढ़ने के लिए ऐसे ऐसे देशों में जाते हैं जिसे सुन कर उन्हें हैरानी होती है। 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आज भी बच्चे, जिनमें ज्यादातर मध्यम वर्ग के हैं, डॉक्टर की पढ़ाई के लिए विदेश जा रहे हैं।
युवा मेडिकल की पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं- PM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वे विदेशों में मेडिकल शिक्षा पर लाखों करोड़ रुपये खर्च करते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि, 'हमने पिछले 10 साल में मेडिकल सीटों को करीब करीब एक लाख कर दिया है। हर साल लगभग 25 हजार युवा मेडिकल की पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं। वे ऐसे-ऐसे देशों में जाते हैं कि मैं सुनकर हैरान रह जाता हूं। इसलिए हमने फैसला किया है कि अगले पांच सालों में मेडिकल क्षेत्र में 75,000 नई सीट सृजित की जाएंगी।’ प्रधानमंत्री ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में यह भी कहा कि विकसित भारत के साथ ही हमें स्वस्थ भारत बनाना होगा।
PM ने देशवासियों को किया संबोधित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जब 40 करोड़ देशवासी गुलामी की जंजीरों को तोड़कर देश को आजाद कर सकते हैं तो आज 140 करोड़ ‘परिवारजन’ इसी भाव से समृद्ध भारत भी बना सकते हैं। 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत 2047 सिर्फ भाषण के शब्द नहीं हैं बल्कि इसके पीछे कठोर परिश्रम जारी है और देश के सामन्य जन से सुझाव लिए जा रहे हैं।
PM मोदी ने लाल किले पर फहराया राष्ट्रीय ध्वज
प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लगातार 11वीं बार लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। स्वतंत्रता दिवस पर अपने तीसरे कार्यकाल के पहले संबोधन में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पीछे छोड़ दिया। मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 के दौरान लाल किले की प्राचीर से 10 बार तिरंगा फहराया था। इस मामले में पीएम मोदी पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। नेहरू को यह सम्मान 17 बार और इंदिरा को 16 बार मिला था।
पीएम मोदी ने शहीदों को अर्पित की श्रद्धांजलि
आजादी के आंदोलन में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने देशवासियों को स्वतंत्रता की सांस लेने का सौभाग्य दिया है और यह देश उनका ऋणी रहेगा।
40 करोड़ भारतीयों ने तोड़ी गुलामी की जंजीरें- PM
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज तो हम 140 करोड़ हैं। अगर 40 करोड़ देशवासी गुलामी की जंजीरों को तोड़ सकते हैं, आजादी के सपने को पूर्ण कर सकते हैं, आजादी लेकर दिखा सकते हैं तो 140 करोड़ देशवासी, 140 करोड़ मेरे परिवारजन अगर संकल्प लेकर चल पड़ते हैं, एक दिशा निर्धारित करके चल पड़ते हैं, कदम से कदम मिलाकर और कंधे से कंधा मिलाकर अगर चल पड़ते हैं तो चुनौतियां कितनी भी क्यों ना हो, अभाव कितना भी तीव्र क्यों ना हो, संसाधनों के लिए जूझने की नौबत क्यों न हो तो भी… हर चुनौती को पार करते हुए हम समृद्ध भारत बना सकते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। अगर 40 करोड़ देशवासी अपने पुरुषार्थ, समर्पण, त्याग और बलिदान से आजादी दिला सकते हैं, आजाद भारत बना सकते हैं तो 140 करोड़ देशवासी इसी भाव से समृद्ध भारत भी बना सकते हैं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि आज यह समय है देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता का और अगर देश के लिए मरने की प्रतिबद्धता आजादी दिला सकती है तो देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता समृद्ध भारत भी बना सकती है।
Updated 12:24 IST, August 15th 2024