Published 15:47 IST, February 23rd 2024
शाहजहां शेख नहीं हुआ गिरफ्तार, संदेशखाली में फूटा लोगों का गुस्सा, TMC नेता अजीत मैती के घर पर हमला
TMC नेता शाहजहां शेख को कोलकाता पुलिस ने अबतक गिरफ्तार नहीं हुआ। इसे लेकर लोगों का गुस्सा फूटा और अजीत मैती के घर पर हमला किया।
Advertisement
TMC नेता शाहजहां शेख को कोलकाता पुलिस ने अबतक गिरफ्तार नहीं हुआ। इसे लेकर लोगों का गुस्सा फूटा और तृणमूल कांग्रेस के नेता अजीत मैती के घर पर हमला किया। हालांकि, इसे लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी कोलकाता पुलिस को जमकर लताड़ लगाई थी। कलकत्ता हाईकोर्ट ने शाहजहां शेख को सरेंडर करने के लिए भी कहा।
पहले तो शुक्रवार को भगोड़े शाहजहां के भाई के भाई को ठिकानों पर आक्रोशित लोगों ने आगजनी की। इसके बाद संदेशखाली के बेदमुजुर में टीएमसी नेता मैती के घर पर हमला कर दिया। लोगों ने अजीत की बाइक भी तोड़ दी। हालांकि, हमले की सूचना मिलने के बाद डीआईजी समेत तमाम पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंच गए।
Advertisement
कलकत्ता हाईकोर्ट के सामने ममता सरकार चित
संदेशखाली हिंसा की सच्चाई दिखा रहे रिपब्लिक बांग्ला के पत्रकार संतू पान को कलकत्ता कोर्ट से जमानत मिल गई। करीब तीन दिन जेल में रहने के बाद संतू 23 फरवरी को जेल से रिहा हो गए। 22 फरवरी को कलकत्ता हाईकोर्ट ने कोलकाता पुलिस को जमकर फटकार लगाई और कहा कि मामले का मुख्य आरोपी अबतक गिरफ्तार नहीं हुआ और आप निर्दोष पत्रकार के पीछे अपनी ताकत लगा रहे।
संदेशखाली हिंसा मामले की रिपोर्टिंग कर रहे संतू को कोलकाता पुलिस ने 19 फरवरी में गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद 21 फरवरी, बुधवार को कोलकाता पुलिस उन्हें किसी अज्ञात जगह पर लेकर जा रही थी, जिसे लेकर बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने ममता सरकार को जमकर घेरा।
Advertisement
संदेशखाली में ममता नहीं शाहजहां शेख की सरकार है- आलोक कुमार
संदेशखाली की घटना को लेकर VHP नेता आलोक कुमार ने ममता सरकार पर बड़ा बयान दिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली से वहां की सत्ताधारी पार्टी और मुस्लिम गुंडा-तत्वों के गठजोड़ की गंभीर खबरें आ रही हैं। विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय कार्याध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता आलोक कुमार ने कहा कि संदेशखाली की बर्बरता और उसको मिले राज्य सरकार के संरक्षण, समर्थन और प्रश्रय ने स्पष्ट कर दिया है कि वहां अब संविधान का नहीं, अराजकता व बर्बरता का साम्राज्य है। इसलिए पीड़ितों को न्याय तथा अराजकता पर अंकुश लगाने के लिए वहां राष्ट्रपति शासन लगाया जाए।
आलोक कुमार ने कहा- 'ज्ञातव्य हो कि 4-5 जनवरी 2024 के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ED) की एक टीम पर 24 परगना के संदेशखाली गांव में शेख शाहजहां के यहां पीडीएस स्कैम के विषय में जांच करने गई थी। यह जांच करना उनका कर्तव्य था और यह जांच पूर्णरूप से कानून के अनुसार हो रही थी, पर जांच के दौरान वहां सत्ताधारी पार्टी के सैकड़ों लोग एकत्रित हो गए, नारे लगाए, ईडी की कारों में तोड़फोड़ की गई। जांच कर रहे अफसरों का सामान छीन लिया गया और उसमें से तीन लोग इतने गंभीर रूप से घायल हो गए कि उनको तुरंत अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।'
Advertisement
(Note: यह एक ब्रेकिंग स्टोरी है। अधिक जानकारी के साथ अपडेट हो रही है)
13:27 IST, February 23rd 2024