Published 10:22 IST, November 30th 2024
सपा का दल संभल जाने पर अड़ा, प्रशासन ने दरवाजे पर लगाई पुलिस; माता प्रसाद बोले- हकीकत का पता...
समाजवादी पार्टी के नेता हुंकार भर रहे हैं कि वो संभल जाएंगे। हालांकि सपा के प्रतिनिधिमंडल के संभल दौरे से पहले नेताओं के घर के बाहर पुलिस का पहरा है।
- भारत
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Sambhal Violence: संभल की हिंसा पर सियासत जारी है। समाजवादी पार्टी के नेता किसी भी तरह संभल जाना चाहते हैं। उसके लिए पार्टी ने एक प्रतिनिधिमंडल बनाया है, जो संभल जाने पर अड़ा हुआ है। हालांकि संभल में पहले से बाहरी लोगों के घुसने पर पाबंदी है। ऐसे में सपा नेता जब संभल जाने पर आमादा हैं तो प्रशासन ने उनके दरवाजों पर पुलिस फोर्स लगा दी है।
समाजवादी पार्टी के नेता हुंकार भर रहे हैं कि वो संभल जाएंगे और हर हाल में संभल जाकर रहेंगे। मसलन समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल के संभल दौरे से पहले नेताओं के घरों के बाहर पुलिस का पहरा दिखा है। माता प्रसाद पांडे के घर के बाहर पुलिस का डेप्लॉयमेंट है।
सपा संभल भेज रही है अपना प्रतिनिधिमंडल
समाजवादी पार्टी ने घोषणा की है कि 30 नवंबर यानी आज पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल संभल आ रहा है, जिसका अगुवाई यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय करेंगे। इस प्रतिनिधिमंडल में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल भी शामिल होंगे। इसके अलावा संभल के सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क भी मौजूद रहेंगे। संभल विधायक इकबाल महमूद, कैराना की सांसद इकरा हसन, मुरादाबाद से सपा सांसद रुचि वीरा और विधायक रविदास मेहरोत्रा समेत कुल 15 नेताओं का डेलिगेशन संभल जाने वाला है, जो घटनास्थल पर जाकर हिंसा में मरने वाले लोगों के परिजनों से मिलना चाहता है। हालांकि प्रशासन इसकी अनुमति नहीं दे रहा है।
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प्रशासन ने 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों की एंट्री रोकी
जिला प्रशासन की ओर से 29 नवंबर को जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना किसी भी बाहरी, अन्य सामाजिक संगठन और जनप्रतिनिधि के प्रवेश को प्रतिबंधित किया गया है। जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया की ओर से जारी आदेश में ये भी बताया गया है कि 24 नवंबर को हुए पथराव, आगजनी और गोलीबारी की घटना के बाद संभल का माहौल अति संवेदनशील है। संवेदनशीलता के मद्देनजर संभल जिले की सीमा में बाहरी लोगों की एंट्री बिना अनुमति के 10 दिसंबर तक प्रतिबंधित रहेगी।
पार्टी दफ्तर जाएंगे सपा नेता, तय करेंगे आगे की रणनीति
हालांकि माता प्रसाद पांडेय कहते हैं कि संभल डीएम का फोन आया है कि 10 तारीख तक ना आएं। सपा नेता ने आगे की रणनीति के बारे में बताते हुए कहा कि अभी पार्टी दफ्तर जा रहे हैं। उन्हें मुझे नोटिस देना चाहिए था, लेकिन बिना किसी नोटिस के उन्होंने मेरे आवास के बाहर पुलिस तैनात कर दी। उन्होंने कहा कि अभी पार्टी दफ्तर जाएंगे और वहां तय करेंगे। हमें कहीं जाने की स्वतंत्रता है। हमारा मौलिक अधिकार है। सरकार संविधान पर भरोसा नहीं करती और हमें पालन नहीं करने देती है। माता प्रसाद पांडेय ने आगे कहा कि ये हमें इसलिए नहीं जाने देना चाहते, क्योंकि ये भम्र पैदा करना चाहते हैं। अगर जाएंगे तो हकीकत का पता लग जाएगा।
Updated 10:22 IST, November 30th 2024