Published 19:24 IST, October 8th 2024
'हुड्डा को ले डूबे राहुल जी, आप तो सच में बहुत बड़ी 'पनौती', हरियाणा की हार पर प्रमोद कृष्णम का तंज
हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के रुझानों पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राहुल गांधी-भूपेंद्र सिंह हुड्डा को पनौती बता दिया है। जलेबी का राजनीतिक कनेक्शन जाने।
Haryana Vidhan Sabha Chunav Result 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों पर जारी रुझानों में बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। इसी बीच कल्कि पीठाधीश्वर और पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राहुल गांधी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर तंज कस दिया है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राहुल गांधी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा को पनौती बता दिया है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पोस्ट कर लिख दिया है कि, 'राम मंदिर का 'नाच गाना' हुड्डा जी को ले डूबा राहुल जी, आप तो सच में बहुत बड़ी 'पनौती' निकले।' बता दें राहुल गांधी ने हरियाणा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कह दिया था कि, राम मंदिर के उद्घाटन के वक्त नाच गाना हो रहा था।
राहुल का राम मंदिर को लेकर 'नाच गाना' वाला बयान
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) के इस बयान को लेकर साधु-संतों ने भी आपत्ति जताई थी। राहुल गांधी ने हरियाणा में प्रचार के दौरान कहा था, 'राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जहां नाच-गाना हो रहा था। वहां अमिताभ बच्चन को बुला लिया। उद्योगपति अंबानी और अडानी को आमंत्रित किया गया था। वहां क्या आपने किसी बढ़ई को देखा? क्या किसी किसान को देखा? कोई मजदूर दिखा? नाच गाना चल रहा है। डांस हो रहा है। प्रेस वाले हाय-हाय कर रहे हैं।'
मातूराम की जलेबी की चर्चा क्यों?
पूरे हरियाणा चुनाव में 2 शब्दों की चर्चा सबसे ज्यादा रही, पहला- जाट और दूसरा- जलेबी। कांग्रेस ने दोनों पर बहुत जोर दिया, लेकिन ट्रेंड बताते हैं कि इससे पार्टी को कुछ खास हासिल नहीं हुआ। चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद अब सोशल मीडिया पर मातूराम की जलेबी (Mathu Ram Halwai) ट्रेंड कर रही है। वहीं, जीत की खुशी में BJP स्टेट ऑफिस में जलेबियां बांटी जा रही हैं।
गोहाना की रैली में खाई थीं जलेबियां
हरियाणा के गोहाना की दुकान मातूराम हलवाई की जलेबी कई बार चर्चाओं में रहती है क्योंकि गोहाना की मशहूर जलेबी और हरियाणा चुनावों के बीच एक मीठा संबंध है। ऐसा कम ही होता है कि चुनावों के दौरान अलग अलग दलों के बड़े राजनेताओं के भाषणों में प्रसिद्ध मातू राम हलवाई का नाम न आए। पार्टियां और चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार एक-दूसरे के खिलाफ कड़वाहट भरे अंदाज में प्रचार कर सकते हैं, लेकिन जब उनमें से कुछ के भाषणों में विशाल जलेबी का नाम आता है, तो उनके भावों में मिठास आ ही जाती है।
ये जलेबी पूरे देश में बेची जानी चाहिए- राहुल
राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) समेत कई बड़े नेताओं ने तक इसका स्वाद कई बड़ी नेता चख चुके हैं। दीपेंद्र हुड्डा ने राहुल गांधी को अपने हाथों ये जलेबी खिलाई थी। राहुल को जलेबियों का स्वाद इतना पसंद आया था कि वो अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के लिए भी जलेबियां पैक करके लेकर गए थे। फिर गोहाना में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने मातूराम हलवाई की जलेबियों का एक डिब्बा दिखाया था। राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया था कि मातूराम की जलेबी पूरे देश में मशहूर है। वहीं, सोनीपत की रैली में राहुल गांधी ने कहा कि यहां की जलेबी पूरे देश में बेची जानी चाहिए। उन्होंने जलेबी की फैक्ट्री तक लगाने की बात कह दी थी।
राहुल गांधी ने जलेबियों पर क्या लिखा था?
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा था कि,'हाल ही में मैंने गोहाना की स्वादिष्ट जलेबियों का स्वाद चखा। मातूराम की जलेबियां पूरे देश में बेची जानी चाहिए, उनका निर्यात किया जाना चाहिए। ताकि रोजगार के ज्यादा मौके बने। अगर मातूराम हलवाई की जलेबियां दूसरे राज्यों में भी बिकती है और निर्यात की जाती है, तो एक दिन उनकी फैक्ट्री में 20 हजार से 50 हजार लोग काम कर सकते हैं।'
90 विधानसभा सीटों की स्थिति साफ
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने सभी की उम्मीदों से परे बेहतरीन प्रदर्शन किया है। (Who won from where in the 90 seats?) हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों की स्थिति लगभग स्पष्ट हो चुकी है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस बार 2014 से भी ज्यादा सीटें बीजेपी के खाते में गिरी हैं। इससे स्पष्ट हो गया है कि हरियाणा में हैट्रिक लगाकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने लाडवा विधानसभा क्षेत्र से 16054 मतों के अंतर से जीत हासिल की। पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा गढ़ी सांपला-किलोई निर्वाचन क्षेत्र से 71465 वोटों से जीते हैं। कांग्रेस उम्मीदवार विनेश फोगाट को जुलाना में कड़े मुकाबले के दौरान 5761 वोटों के अंतर से जीत मिली है। हैरानी की बात ये है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री और जेजेपी के प्रमुख दुष्यंत चौटाला बुरी तरह चुनाव हार गए हैं। अभय सिंह चौटाला को भी करारी शिकस्त मिली है।
Updated 19:27 IST, October 8th 2024