Published 16:09 IST, August 25th 2024
कोलकाता कांड के आरोपी संजय रॉय का हुआ पॉलीग्राफी टेस्ट, साढ़े 3 घंटे बाद जेल से निकली CBI की टीम
Kolkata Case: कोलकाता आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या मामले में CBI ने मुख्य आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट कर लिया है।
Kolkata Case: कोलकाता आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या मामले में CBI ताबड़तोड़ एक्शन ले रही है। जेल में बंद मुख्य आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट पूरा हो गाय है। प्रेजीडेंसी जेल से साढ़े 3 घंटे बाद CBI की टीम बाहर आ गई है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि कोलकाता में CBI के कार्यालय में दो ओर लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट किया जाएगा।
CBI ने शनिवार को अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और चार जूनियर डॉक्टर का पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया था। दिल्ली की केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (CFSL) से पॉलीग्राफ विशेषज्ञों का एक दल जांच करने के लिए कोलकाता आया हुआ है। इससे पहले CBI ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि स्थानीय पुलिस ने डॉक्टर से रेप और उसकी हत्या के मामले को दबाने की कोशिश की थी और जब तक CBI ने जांच अपने हाथ में ली, तब तक घटनास्थल से छेड़छाड़ की जा चुकी थी।
इन लोगों का भी हुआ पॉलीग्राफ टेस्ट
पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान व्यक्ति द्वारा प्रश्नों के उत्तर दिए जाते समय एक मशीन की मदद से उसकी शारीरिक प्रतिक्रियाओं को मापा जाता है और यह पता लगाया जाता है कि वह सच बोल रहा है या झूठ। रेप-मर्डर केस से पर्दा उठाने के लिए पॉलीग्राफ टेस्ट अहम माना जा रहा है। इसके लिए CBI ने जेल में आइसोलेशन वार्ड की मांग की थी।
वहीं, संदीप घोष के अलावा जिन लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ है, उसमें संजय रॉय का दोस्त सौरव भट्टाचार्य और घटना की रात ड्यूटी कर रहे 4 जूनियर डॉक्टर शामिल हैं। इन जूनियर डॉक्टरों के साथ महिला डॉक्टर ने घटना वाली रात खाना खाया था, जबकि कोलकाता पुलिस के सिविल वालंटियर सौरव को घटना के एक दिन पहले आठ अगस्त को अस्पताल में संजय रॉय के साथ देखा गया था। उस दिन सौरव अस्पताल में भर्ती अपने रिश्तेदार को देखने गया था और रात को उसने संजय रॉय के साथ शराब पी थी।
17 सितंबर को सुनवाई
कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 9 अगस्त को महिला डॉक्टर का शव मिला था, जिस पर गंभीर चोटों के निशान थे। इस घटना के संबंध में कोलकाता पुलिस ने संजय को अगले दिन गिरफ्तार किया था। कलकत्ता हाई कोर्ट ने 13 अगस्त को इस मामले की जांच CBI को सौंप दी थी और इसके अगले दिन केंद्रीय एजेंसी ने जांच ने कोलकाता पुलिस से केस अपने हाथ में ले ली। बंगाल सरकार की गठित SIT ने भी मामले से जुड़े सारे दस्तावेज CBI को सौंप दिए है। वहीं हाईकोर्ट ने CBI को तीन सप्ताह में प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश करने को कहा है जिसके बाद अब इस मामले की अगली सुनवाई 17 सितंबर को होगी।
Updated 16:48 IST, August 25th 2024