पब्लिश्ड 07:14 IST, January 16th 2025
'शहजाद पूनावाला बिना किसी टीका-टिप्पणी के माफी मांगें...', अपनी ही पार्टी के प्रवक्ता पर क्यों भड़के मनोज तिवारी?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल का मुद्दा गरमाया हुआ है। अब हाल ही में मनोज तिवारी ने अपनी ही पार्टी के प्रवक्ता के बयानों की निंदा की।
- भारत
- 3 min read
Manoj Tiwari on Shehzad Poonawalla: दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीति गर्मा गई है। राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप जारी है। इस बार के चुनाव में पूर्वांचल का मुद्दा भी गरमाया हुआ है। अब हाल ही में मनोज तिवारी ने अपनी ही पार्टी के प्रवक्ता के बयानों की निंदा की। साथ ही बिना शर्त माफी मांगने को कहा।
दरअसल, उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने AAP विधायक ऋतुराज झा के खिलाफ भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला की टिप्पणी की सीधेतौर पर निंदा की। मनोज तिवारी ने एक्स पर वीडियो पोस्ट कर कहा कि हर पार्टी के सदस्यों को जाति, राज्य या समुदाय के लिए किसी को निशाना बनाने से बचना चाहिए। वहीं इससे एक दिन पहले पूनावाला ने अन्न-जल त्यागने की बात कही थी।
'आजकल पूर्वांचल समाज को अपशब्द कहने का फैशन'
भाजपा के पूर्वांचली चेहरे मनोज तिवारी ने कहा, 'आजकल पूर्वांचल समाज को अपशब्द कहने का, गाली देने का जैसे फैशन चल पड़ा है। जहां तक दिल्ली की बात है ये पूर्वांचल के लोग अपनी मेहनत से अपनी पहचान बनाते हैं। अपने परिश्रम से दूसरों का घर बनाते हैं। दूसरों को सुविधा देते हैं। ठंड हो, गर्मी हो, बरसात हो... सुविधाएं डोर टू डोर पहुंचाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। मेरी अपेक्षा है कि हर राजनीतिक दलों के लोग ऐसा ही सोचेंगे। किसी के लिए भी जातिसूचक, समाजसूचक, प्रांतसूचक इस तरह का अपशब्द बोलने से पहले कई दफा सोचना चाहिए।'
मैं चाहता हूं कि शहजाद पूनावाला माफी मांगें- मनोज
उन्होंने आगे कहा, 'मैं एक डिबेट में शहजाद पूनावाला द्वारा (टीवी कार्यक्रम में) बोले गए आपत्तिजनक शब्दों की कड़ी निंदा करता हूं। कोई आपको कितना भी उकसाए, पार्टी उम्मीद करती है कि उसके कार्यकर्ता संवेदनशील रहें और मर्यादा बनाए रखें... मुझे विश्वास है कि पार्टी संज्ञान लेगी और मैं भी चाहता हूं कि शहजाद पूनावाला माफी मांगें।'
1.5 करोड़ मतदाताओं में एक तिहाई पूर्वांचली
बता दें कि दिल्ली में कुल 1.5 करोड़ मतदाताओं में एक तिहाई पूर्वी यूपी, बिहार और झारखंड से आने वाले पूर्वांचली हैं, जो लगभग 20 विधानसभा क्षेत्रों के नतीजों को प्रभावित करने की ताकत रखते हैं। यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी दोनों ही पूर्वांचली समुदाय को लुभाने की कोशिश में जुटी हुई है।
दिल्ली विधानसभा के लिए 5 फरवरी को मतदान होगा और मतगणना आठ फरवरी को होगी।
अपडेटेड 07:38 IST, January 16th 2025