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Published 22:02 IST, December 8th 2024

हिंदुत्व को बीमारी कहने के बाद भी नहीं थमे इल्तिजा के भड़काऊ बोल, अब बोली- इसको जड़ से खत्म...

हिंदुत्व को बीमारी बताने के बाद भी PDP नेता इल्तिजा मुफ्ती के भड़काऊ बोल थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब कह रही हैं कि हिंदुत्व को जड़ से खत्म करना है।

Reported by: Kanak Kumari Jha
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इल्तिजा मुफ्ता के नहीं थम रहे भड़काऊ बोल | Image: PTI

हिंदुत्व को बीमारी बताने के बाद भी PDP नेता और जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती के भड़काऊ बोल थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। सोशल मीडिया पर हिंदुत्व के खिलाफ जहर उगलने के बाद अब पीडीपी नेता ने कहा कि इसे जड़ से खत्म करना है। 

तीखी आलोचनाओं के बाद मीडिया के सामने पीडीपी नेता इल्तिजा ने कहा, "यह महात्मा गांधी का भारत है। मैंने हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं, हिंदुत्व के खिलाफ बोला है। मैंने वीर सावरकर के इस फिलॉसफी के खिलाफ बोला है कि भारत केवल हिंदुओं के लिए है। मैं जानती हूं कि हिंदू धर्म एक ऐसा धर्म है, जो शांति और करुणा को बढ़ावा देता है। मैं हिंदुत्व के खिलाफ हूं क्योंकि यह एक बीमारी है जिसे जड़ से खत्म करने की जरूरत है। मैंने उस फिलॉसफी की बात की है, जहां पर वो मुसलमानों को चप्पल-जूतों से पीट रहे हैं, क्योंकि वो जय श्री राम का नारा नहीं लगा रहे हैं। मैं हिंदू नहीं हिंदुत्वा के खिलाफ हूं। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसे जड़ से खत्म करने की जरूरत है।" 

पहले हिंदुत्व को लेकर क्या था इल्तिजा का बयान

मामला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स से शुरू हुआ, जहां इल्तिजा मुफ्ति ने रतलाम की एक घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।"

हिंदुत्व को लेकर उन्होंने कहा कि हिंदुत्व और हिंदू धर्म में बहुत अंतर है। हिंदुत्व नफरत की भावना के बारे में है, जिसे सावरकर ने 40 के दशक में फैलाया था, जिसका उद्देश्य हिंदुओं का आधिपत्य स्थापित करना था, और दर्शन यह था कि भारत हिंदुओं का है और हिंदुओं के लिए है। हिंदू धर्म, इस्लाम की तरह, एक ऐसा धर्म है जो धर्मनिरपेक्षता, प्रेम और करुणा को बढ़ावा देता है, आइए इसे जानबूझकर विकृत न करें। 'जय श्री राम' का नारा अब रामराज्य के बारे में नहीं है, बल्कि इसका इस्तेमाल मॉब लिंचिंग के दौरान किया जा रहा है। हिंदू धर्म को विकृत किया जा रहा है। 

चौतरफा इल्तिजा के बयान की हो रही आलोचना

BJP नेता रविंद्र रैना ने कहा, "पीडीपी नेता ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है और ऐसा नहीं होना चाहिए। राजनीति में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन गंदी भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। पीडीपी नेता इल्तिजा मुफ्ती ने जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है, वह ठीक नहीं है। उन्हें इस बारे में माफी मांगनी चाहिए। इससे भाईचारा भी बिगड़ता है। रोहिंग्या म्यांमार के नागरिक हैं, क्योंकि उनके यहां हालात खराब हो गए थे, इसलिए वे पलायन कर गए। अब वे बांग्लादेश और दूसरे देशों से अपने देश वापस जा रहे हैं, इसलिए मुझे लगता है कि उन्हें भारत से भी चले जाना चाहिए। खास तौर पर जम्मू-कश्मीर से, जो सीमावर्ती इलाका है और संवेदनशील भी है।"

आप आतंकियों की महबूबा रही, लेकिन बेटी को ये संस्कार…: VHP

VHP नेता विनोद बंसल ने इल्तिजा मुफ्ती के बयान पर कहा, "घृणा का पैगाम जो उनके (इल्तिजा मुफ्ती) पूर्वजों ने दिया है। उसी पैगाम को लेकर आगे चलेंगे तो राजनीति में सफल नहीं होंगे। इन्होंने जो प्रेरणा फेल युवराज से ली है, वो भी हिन्दुत्व को ऐसा बताते थे। जिनको कांग्रेस ने कई बार लॉन्च किया, अभी भी वो फेल्योर की कंडीशन में हैं। आप आतंकियों की महबूबा रही हैं, लेकिन बेटी को ये संस्कार मत दीजिए, भारत बदल चुका है। भारत विरोधी मानसिकता के साथ आप ज्यादा राजनीति नहीं कर सकते हैं। हिन्दुत्व को बीमारी कहना, भगवा को आतंकवाद से जोड़ना। ये हिन्दूद्रोही मानसिकता का प्रमाण है।"

उन्होंने आगे कहा कि हमने पीछे 500 से अधिक ऐसी घटनाओं की लिस्ट तैयार की, जिसमें हिन्दुओं की लिंचिंग इस्लामिक जिहादियों ने की है। बांग्लादेश में जो हो रहा है, इस्लाम के नाम पर हो रहा है। सच्ची राजनीति के साथ भारत से प्रेम करते हुए आगे बढ़ें। हिन्दूद्रोही मानसिकता से आगे बढ़ोगे तो आपका भविष्य ठीक नहीं है।

इसे भी पढ़ें: 'हिंदू नरसंहार के समय इस्लाम पर सवाल क्यों नहीं...' महंत राजू दास का इल्तिजा मुफ्ती को मुंहतोड़ जवाब

Updated 22:02 IST, December 8th 2024

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