Published 14:56 IST, November 10th 2024

महायुति सहयोगी महाराष्ट्र चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद पर फैसला लेंगे: अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति पूर्ण बहुमत से सत्ता में लौटेगा और विधानसभा चुनाव के बाद गठबंधन के साझेदार मुख्यमंत्री पद पर फैसला लेंगे।

Follow: Google News Icon
  • share
Amit Shah | Image: @AmitShah
Advertisement

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति पूर्ण बहुमत से सत्ता में लौटेगा और विधानसभा चुनाव के बाद गठबंधन के साझेदार मुख्यमंत्री पद पर फैसला लेंगे।

राज्य में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का घोषणापत्र जारी करने के बाद यहां पत्रकारों से बातचीत में शाह ने विश्वास जताया कि महायुति चुनाव जीतेगा।

Advertisement

शाह ने कहा कि महायुति गठबंधन के तीनों साझेदार- भाजपा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने अपने घोषणपत्र जारी किए हैं तथा चुनावों के बाद तीनों दलों के मंत्रियों की एक समिति गठित की जाएगी, जो घोषणापत्र में किए गए वादों को प्राथमिकता देने पर फैसला लेगी।

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘अभी एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं। चुनाव के बाद गठबंधन के तीनों साझेदार मुख्यमंत्री पद पर फैसला लेंगे।’’

Advertisement

उन्होंने कहा कि शिवसेना और राकांपा दो धड़ों में इसलिए बंटी क्योंकि उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के बजाय अपने बेटे को तरजीह दी और शरद पवार ने अजित पवार के बजाय अपनी बेटी को तरजीह दी।

शाह ने कहा, ‘‘ये दल अपने परिवार के सदस्यों को प्राथमिकता देते हैं और पार्टी बंट जाती है। वे बिना किसी बात के भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हैं।’’

Advertisement

उन्होंने कहा कि भाजपा परिवार आधारित राजनीति के खिलाफ है।

शाह ने कांग्रेस के इन आरोपों को भी खारिज किया कि भाजपा आरक्षण को कमजोर करना चाहती है।

Advertisement

गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मोदी सरकार ने ही ओबीसी को आरक्षण दिया। बल्कि हमने आरक्षण मजबूत किया।’’

उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संविधान की प्रति लहराने की सच्चाई का पर्दाफाश हो गया है क्योंकि उसमें खाली पृष्ठ हैं।

भाजपा नेता ने कहा, ‘‘वह (गांधी) अब मजाक का पात्र बन गए हैं।’’

शाह ने कहा कि विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) नेतृत्व महिलाओं के लिए महायुति सरकार की लाडकी बहिन योजना को निशाना बनाता रहा है लेकिन उसने अधिक वित्तीय सहायता देने का ऐसा ही आश्वासन दिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह उनका विरोधाभास दिखाता है। हमारे प्रदर्शन की समीक्षा करने के बजाय राहुल गांधी को यह देखना चाहिए कि उनकी पार्टी द्वारा शासित राज्यों में क्या हो रहा है।’’

शाह ने यह भी कहा कि कांग्रेस की जाति की राजनीति का उद्देश्य देश को विभाजित करना है।

गृह मंत्री ने निवेश के मामले में महाराष्ट्र के पिछड़ने के एमवीए के आरोपों को खारिज किया।

उन्होंने कहा, ‘‘एमवीए के शासन के दौरान महाराष्ट्र प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के मामले में चौथे स्थान पर था जबकि पिछले दो साल में राज्य को सबसे ज्यादा एफडीआई मिला।’’

ये भी पढे़ंः संपत्ति सृजनकर्ताओं पर व्यवस्था की मार नहीं पड़नी चाहिए: जगदीप धनखड़

(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

14:56 IST, November 10th 2024