Published 23:45 IST, September 15th 2024
Kishan Reddy ने CM रेवंत को बताया, 17 सितंबर को तेलंगाना सरकार के कार्यक्रम में नहीं होंगे शामिल
Kishan Reddy ने कहा, ‘‘हालांकि, ऐसा लगता है कि आपका मकसद लोगों का ध्यान संघर्ष के मूल पहलुओं से हटाना है।
केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने रविवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी को सूचित किया कि वह 17 सितंबर को राज्य सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे ‘प्रजा पालना दिनोत्सवम’ (जनता के शासन दिवस का उत्सव) में शामिल नहीं होंगे।
इसी दिन 1948 में निजाम के शासन वाले हैदराबाद का भारतीय संघ में विलय हुआ था। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री की ओर से दिए गए निमंत्रण पर प्रतिक्रिया देते हुए किशन रेड्डी ने कहा कि हैदराबाद रियासत के लोगों ने निजाम और उनकी निजी रजाकार सेना के अत्याचार से क्षेत्र को मुक्त कराने के लिए वर्षों तक संघर्ष किया था।
उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि इसलिए 17 सितंबर को शहीदों के बलिदान के अनुरूप मनाया जाना चाहिए। रेड्डी ने कहा, ‘‘हालांकि, ऐसा लगता है कि आपका मकसद लोगों का ध्यान संघर्ष के मूल पहलुओं से हटाना है। इस दिन को जो नाम दिया गया उससे यह स्पष्ट होता है। हैदराबाद की आजादी को महज राजतंत्र से लोकतंत्र परिवर्तन बताना न केवल वीरतापूर्ण संघर्ष के महत्व को कम करता है, बल्कि तुष्टीकरण की राजनीति को भी बढ़ावा देता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मैं ऐसे दिखावटी कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बन सकता जो लोगों से सच्चाई को छिपाने का प्रयास है।’’ मुख्यमंत्री रेड्डी ने 13 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और तीन अन्य केंद्रीय मंत्रियों- किशन रेड्डी, गजेंद्र सिंह शेखावत और बंदी संजय कुमार को 17 सितंबर को उनकी सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था।
किशन रेड्डी पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि केंद्र सरकार पिछले दो वर्षों की तरह 17 सितंबर को शहर में ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ मनाएगी। पिछले दो वर्षों के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में अमित शाह समारोह में शामिल हुए थे।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Updated 23:45 IST, September 15th 2024