Published 19:57 IST, December 1st 2024
इमरान मसूद की मोदी सरकार से अपील, कहा- बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहा जुल्म, सरकार उठाए कदम
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय को लेकर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को सख्ती से बांग्लादेश के साथ बात करनी चाहिए।
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Bangladesh Hindu: बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनने के बाद से हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। भारत के साथ बांग्लादेश के रिश्ते भी आए दिन खराब होते जा रहे हैं। हिन्दुओं पर हमले के साथ-साथ मंदिरों को भी निशाना बनाया जा रहा है। भारत ने पड़ोसी राज्य में हिंदुओं की स्थिति पर चिंता जताई है। बांग्लादेश के अंदर अल्पसंख्यक समुदाय को लेकर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद का बयान सामने आया है।
इमरान मसूद ने कहा कि ‘बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के साथ हो रहा जुल्म बहुत दुखद है। भारत सरकार को सख्ती के साथ बांग्लादेश के साथ बात करनी चाहिए। वहां हिन्दुओं की सुरक्षा के इंतजाम करे। ये सब नहीं होता है तो भारत को बांग्लादेश के साथ व्यापार बंद कर देना चाहिए। इस तरह की हरकतों से कोई राष्ट्र मजबूत नहीं होता है।’ इमरान मसूद ने कहा कि बांग्लादेश में मेरे रिश्तेदार हैं। उनसे मेरी बात हुई है, वहां हिन्दू समुदाय के लोग डरे हुए हैं।
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चट्टोग्राम में तीन हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़
बांग्लादेश के चट्टोग्राम में शुक्रवार को नारेबाजी कर रही भीड़ ने तीन हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की। इस्कॉन के एक पूर्व सदस्य के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किये जाने के बाद से चट्टोग्राम में विरोध प्रदर्शन जारी है। यह हमला बंदरगाह शहर के हरीश चंद्र मुनसेफ लेन में दोपहर करीब 2:30 बजे हुआ और इस दौरान शांतानेश्वरी मातृ मंदिर, शनि मंदिर और शांतनेश्वरी कालीबाड़ी मंदिर को निशाना बनाया गया।
नारेबाजी कर रहे सैकड़ों लोगों के एक समूह ने मंदिरों पर ईंट-पत्थर फेंके, जिससे शनी मंदिर और अन्य दो मंदिरों के द्वार क्षतिग्रस्त हो गए। कोतवाली पुलिस स्टेशन के प्रमुख अब्दुल करीम ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि हमलावरों ने मंदिरों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया। पुलिस ने कहा कि मंदिरों को बहुत कम नुकसान हुआ है।
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इस्कॉन पर बैन की याचिका खारिज
बांग्लादेश ने एक हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर भारत के साथ कूटनीतिक विवाद चल रहा है। बांग्लादेश उच्च न्यायालय ने ‘इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस’ (इस्कॉन) की बांग्लादेश इकाई पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने वाली एक याचिका को खारिज कर दिया। बांग्लादेश की अदालत का फैसला राजद्रोह के आरोप में दास की गिरफ्तारी और उन्हें जमानत न दिए जाने के बाद उनके समर्थकों और सुरक्षाबलों के बीच हुई झड़प के दौरान एक वकील के मारे जाने के बाद आया।
चिन्मय कृष्ण दास सहित 19 लोगों के खिलाफ 30 अक्टूबर को चटगांव के कोतवाली पुलिस थाने में राजद्रोह का एक मामला दर्ज किया गया था, जिसमें उन पर चटगांव के न्यू मार्केट इलाके में हिंदू समुदाय की एक रैली के दौरान बांग्लादेश के राष्ट्र ध्वज का असम्मान करने का आरोप लगाया गया है। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी हिंदू नेता की रिहाई की मांग की है। उन्होंने दास की गिरफ्तारी को लेकर हुए प्रदर्शन में एक वकील के मारे जाने की घटना की निंदा की।
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(भाषा इनपुट)
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Updated 20:00 IST, December 1st 2024