Published 15:00 IST, December 13th 2024
अखिलेश यादव ने लोकसभा में ऐसा क्या बोला, पीछे बैठीं डिंपल भी मुस्कराने लगीं; फिर अवधेश ने दोहराई बात
लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि ये कैसी चर्चा संविधान की, जो है बिना प्रधान की। ये बात सुनकर सपा सांसद हंसने लगे।
Akhilesh Yadav: संसद में संविधान पर चर्चा के दौरान अखिलेश यादव ने भी जवाब दिया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस चर्चा के दौरान सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने जातीय जनगणना पर जोर किया और सरकार की कई नीतियों का भी खुलकर विरोध किया। इस बीच अखिलेश यादव सदन के भीतर तंज कसते रहे और इस समय सपा प्रमुख की बात को सुनकर उनके बगल में बैठे नेता भी हंसने लगे, जिसमें अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव भी शामिल हैं।
असल में लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान अखिलेश यादव ने कहा था- 'ये कैसी चर्चा संविधान की, जो है बिना प्रधान की'। ये सुनकर अखिलेश के पास बैठे समाजवादी पार्टी के सांसद हंसने लगे। अखिलेश के पीछे उनकी पत्नी डिंपल यादव भी बैठी हुई हैं, जो इस बात पर मुस्कराते हुए दिखाई दीं। बाद में अयोध्या के सांसद, जो अखिलेश यादव के ठीक बदले में बैठे थे, उन्होंने अपने नेता की बात को दोहराया। अवधेश प्रसाद धीरे से बोले- 'बिना प्रधान की।'
अखिलेश ने PM मोदी ने किया था कटाक्ष
वैसे अखिलेश यादव का ये कटाक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर था। संविधान पर संसद में चर्चा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी वहां मौजूद नहीं थे। शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी का प्रयागराज दौरा तय था, जहां उन्होंने कई हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की है। पीएम मोदी ने संगम पर पूजा और दर्शन किए और बाद में उन्होंने अक्षय वट वृक्ष की भी पूजा की, उसके बाद हनुमान मंदिर और सरस्वती कूप में दर्शन और पूजा की।
प्रधानमंत्री ने महाकुंभ 2025 के लिए विभिन्न परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया।
संविधान पर चर्चा की बहस में अखिलेश ने दिया जवाब
भारतीय संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर चर्चा के दौरान लोकसभा में समाजवादी पार्टी सांसद अखिलेश यादव ने कहा, कि ये संविधान हमारी ढाल है। हमारी सुरक्षा है। ये हमें समय-समय पर शक्ति प्रदान करता है। संविधान शोषित, उपेक्षित, पीड़ित और वंचितों के अधिकारों का सच्चा संरक्षक है। ये संविधान बहुत बड़ा सहारा है। हमारे जैसे लोगों और देश के कमजोर लोगों के लिए, खासकर PDA के लिए संविधान बचाना जीवन-मरण का सवाल है।
उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि इस सरकार में जो खिलवाड़ संविधान के साथ हुआ वो कभी नहीं हुआ। अखिलेश यादव ने कहा कि आज संविधान को बचाने के लिए करो या मारो की जरूरत है। जो संविधान बदलना चाहते थे और 400 पार का नारा लगाते थे, जनता ने उन्हें सबक सीखा दिया है। न मेरा है और न तेरा है, हिंदुस्तान सबका है। नहीं समझे तो नुकसान सबका है।
Updated 15:55 IST, December 13th 2024