Published 18:58 IST, December 22nd 2024
PM मोदी ने की कुवैती नेतृत्व के साथ वार्ता, भारत-कुवैत संबंधों का विस्तार
मोदी ने कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के साथ रविवार को व्यापक वार्ता की और इसके साथ ही भारत तथा कुवैत के बीच संबंध रणनीतिक साझेदारी तक विस्तारित हो गए।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के साथ रविवार को व्यापक वार्ता की और इसके साथ ही भारत तथा कुवैत के बीच संबंध रणनीतिक साझेदारी तक विस्तारित हो गए। दोनों नेताओं ने अपनी चर्चा में सूचना प्रौद्योगिकी, औषधि, फिनटेक, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा क्षेत्र में संबंधों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि अमीर के साथ उनकी मुलाकात ‘‘उत्कृष्ट’’ रही। उन्होंने कहा, ‘‘कुवैत के महामहिम अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल सबा के साथ शानदार बैठक। हमने औषधि, सूचना प्रौद्योगिकी, फिनटेक, अवसंरचना और सुरक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की।’’
मोदी ने कहा, ‘‘हमारे देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों के अनुरूप हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक स्तर तक बढ़ाया है तथा मैं आशावादी हूं कि आने वाले समय में हमारी दोस्ती और भी अधिक विकसित होगी।’’ मोदी शनिवार को दो दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे जो 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस खाड़ी देश की पहली यात्रा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री और अमीर के बीच बातचीत भारत-कुवैत संबंधों को ‘‘नयी ऊंचाइयों’’ पर ले जाने के तरीके तलाशने पर केंद्रित रही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैत में भारतीय समुदाय के कल्याण के लिए अमीर के प्रति आभार व्यक्त किया।
मोदी ने शनिवार को एक भारतीय सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित किया था तथा एक भारतीय श्रमिक शिविर का दौरा भी किया था। भारतीय समुदाय कुवैत में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है। इससे पहले, 1981 में भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कुवैत की यात्रा की थी।
खाड़ी देश भारत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार वित्त वर्ष 2023-24 में 10.47 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। कुवैत, भारत का छठा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है, जो देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को तीन प्रतिशत तक पूरा करता है।
भारतीय निर्यात कुवैत में पहली बार दो अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया, जबकि भारत में कुवैत निवेश प्राधिकरण का निवेश 10 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Updated 18:58 IST, December 22nd 2024