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Published 22:44 IST, December 26th 2024

'साधारण परिवार से उठकर अर्थशास्त्री के रूप में छाप छोड़ी', पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह को यूं दी श्रद्धांजलि

Manmohan Singh Death: 'साधारण परिवार से उठकर अर्थशास्त्री के रूप में छाप छोड़ी', पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह को यूं दी श्रद्धांजलि

Reported by: Nidhi Mudgill
मनमोहन सिंह के निधन पर पीएम मोदी ने जताया दुख | Image: AP

PM Modi on Manmohan Singh Death: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन से देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताया है। मनमोहन सिंह ने (26 दिसंबर 2024) को दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली। दिल्ली के AIIMS ने उनके निधन की पुष्टि की है और बताया कि उन्हे रात करीब आठ बजे मेडिकल इमरजेंसी भर्ती कराया था। लेकिन तमाम कोशिशों के बाद उन्हें बचाया नहीं जा सका। मनमोहन सिंह के निधन के बाद देश के राजनीतिक दिग्गज उन्हें याद कर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। 

पूर्व पीएम के निधन की पुष्टि होने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि दी है। पीएम मोदी ने गहन दुख जताते हुए पोस्ट लिखा- 'मनमोहन सिंह ने हमारे प्रधान मंत्री के रूप में लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए।'

साधारण परिवार से उठकर अर्थशास्त्री के रूप में छाप छोड़ी- PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा- 'भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर शोक मनाता है। साधारण परिवार से उठकर वह एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने। उन्होंने वित्त मंत्री सहित विभिन्न सरकारी पदों पर कार्य किया और वर्षों तक हमारी आर्थिक नीति पर एक मजबूत छाप छोड़ी। संसद में उनका हस्तक्षेप भी व्यावहारिक था। हमारे प्रधान मंत्री के रूप में उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए।'

खबर सुनकर दौड़ी-दौड़ी एम्स पहुंची प्रियंका 

इस बीच कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा भी एम्स पहुंची, प्रियंका गांधी ने लिखा- 'राजनीति में बहुत कम लोग सरदार मनमोहन सिंह जी जैसा सम्मान दिलाते हैं। उनकी ईमानदारी हमेशा हमारे लिए प्रेरणास्रोत रहेगी और वे हमेशा उन लोगों के बीच खड़े रहेंगे जो इस देश से सच्चा प्यार करते हैं, क्योंकि वे अपने विरोधियों द्वारा अनुचित और गहरे व्यक्तिगत हमलों के बावजूद राष्ट्र की सेवा करने की अपनी प्रतिबद्धता में अडिग रहे। वे अंत तक वास्तव में समतावादी, बुद्धिमान, दृढ़ इच्छाशक्ति वाले और साहसी थे। राजनीति की कठिन दुनिया में एक विशिष्ट रूप से प्रतिष्ठित सज्जन।'

मनमोहन सिंह के निधन पर भावुक हुए राहुल गांधी

राहुल गांधी ने भी मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। भावुक पोस्ट लिखते हुए उन्होंने लिखा- 'मनमोहन सिंह जी ने अपार ज्ञान और निष्ठा के साथ भारत का नेतृत्व किया। उनकी विनम्रता और अर्थशास्त्र की गहरी समझ ने राष्ट्र को प्रेरित किया। श्रीमती कौर और उनके परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। मैंने एक गुरु और मार्गदर्शक खो दिया है। हममें से लाखों लोग जो उनकी प्रशंसा करते थे, उन्हें अत्यंत गर्व के साथ याद करेंगे।

तमाम कोशिशों के बावजूद बचाया नहीं जा सका- AIIMS 

AIIMS ने पूर्व PM मनमोहन सिंह के निधन की पुष्टि करते हुए कहा, 'अत्यंत दुःख के साथ हम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के 92 वर्ष की उम्र में निधन की जानकारी दे रहे हैं। उम्र से संबंधित बीमारियों के कारण उनका इलाज चल रहा था। वह 26 दिसंबर 2024 को घर पर अचानक बेहोश हो गए थे। घर पर ही उन्हें होश में लाने की कोशिश की गई। उन्हें रात 8:06 बजे दिल्ली एम्स के मेडिकल इमरजेंसी में लाया गया था। तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका और रात 9:51 बजे उनका निधन हो गया।' 

सादगी से भरे नेता, जिन्होंने भारत की दिशा बदल दी

डॉक्टर मनमोहन सिंह को सियासत और अर्थशास्त्र का 'पंडित' कहा जाता था। जब देश आर्थिक मंदी से गुजर रहा था, तो उनके कई बड़े फैसलों ने देश को विकास की दिशा में नई ऊर्जा दी। मनमोहन सिंह के नाम कई बड़ी उपलब्धियां दर्ज हैं। देश के प्रति उनके योगदान को आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी।

डॉ. मनमोहन सिंह की बड़ी उपलब्धियां 

  • आर्थिक सुधारों के पुरोधा 
  • रोजगार गारंटी योजना 
  • आधार कार्ड की शुरुआत 
  • INDIA-US न्यूक्लियर डील 
  • शिक्षा का अधिकार

मनमोहन सिंह का राजनीतिक करियर 

डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर, 1932 को हुआ था हुआ था। उन्होंने 1948 में पंजाब विश्वविद्यालय से मेट्रिक की शिक्षा पूरी की और आगे की शिक्षा ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय से की थी। 1972 में वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार बने। इसके बाद उनके कंधों पर जिम्मेदारियां बढ़ती गई। 1982 से 84 तक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर रहे। 1985 से 87 तक योजना आयोग के उपाध्यक्ष का पद संभाला। इसके बाद 1991 से 1996 तक केंद्रीय वित्त मंत्री रहे। 1998 से 2004 तक राज्यसभा में नेता विपक्ष की भूमिका अदा की और 2004 से 2014 तक देश के 14वें प्रधानमंत्री के रूप में काम किया। 

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Updated 23:33 IST, December 26th 2024

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