पब्लिश्ड 11:26 IST, December 17th 2024
भारत के इस शहर में भिखारियों को भीख मत देना, नहीं तो जाना होगा जेल, 1 जनवरी से नए नियम लागू
इस शहर में भीख देना भारी पड़ सकता है। भिखारियों को भीख देने पर पुलिस आपके खिलाफ FIR भी दर्ज भी कर सकती है। अगले साल से नए नियम लागू होंगे।
- भारत
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Begging Banned from January 1: अगर भिखारियों को देखकर आपको भी तरस आ जाता है और आप उन्हें भीख देते हैं, तो ऐसा करना भारी पड़ सकता है। क्योंकि भारत के एक शहर में भीख देने पर अब केस भी दर्ज भी हो सकता है। यह शहर कोई और नहीं देश की सबसे स्वच्छ सिटी इंदौर है, जहां अब भीख देना भी 'जुर्म' बनने जा रहा है।
जी हां, शहर को भिखारी मुक्त बनाने के लिए प्रशासन कड़े कदम उठाने की तैयारी है। इसके तहत इंदौर में अगले साल, 1 जनवरी 2025 से भीख देने पर कार्रवाई होगी। ऐसा करने पर FIR दर्ज की जाएगी।
भीख देने पर दर्ज होगी FIR
इंदौर कलेक्टर का इस पर कहना है कि भीख मांगने के खिलाफ हमारा जागरूकता अभियान दिसंबर के अंत तक चलेगा। 1 जनवरी से अगर कोई व्यक्ति भीख देता पाया गया तो उसके खिलाफ FIR होगी। इंदौर के लोगों से अपील है कि वह भीख देकर पाप के भागीदार न बनें।
उन्होंने यह भी बताया कि बीते कुछ महीनों में प्रशासन ने लोगों को भीख मांगने के लिए मजबूर करने वाले तमाम गिरोहों का पर्दाफाश किया है। भीख मांगने में शामिल कई लोगों का पुनर्वास भी किया गया है। कलेक्टर ने बताया कि भीख मांगने वाले कई लोगों को नए काम दिलाकर उनके जीवन को बेहतर बनाने की कोशिश की गई है।
क्या है इस कदम के पीछे प्रशासन का मकसद?
प्रशासन का मकसद शहर को पूरी तरह से भिक्षुक मुक्त बनाना है, जिससे इंदौर की छवि भी सुधरेगी। साथ ही साथभिक्षावृत्ति से जुड़े अपराधों और गिरोहों को खत्म करने में मदद मिलेगी।
जान लें कि केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की ओर से देश के 10 शहरों को भिखारी मुक्त बनाने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है। उन 10 शहरों की लिस्ट में इंदौर का नाम भी शामिल है, जिसे इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए चुना गया।
अपडेटेड 11:26 IST, December 17th 2024