Published 14:25 IST, November 24th 2024
लखीमपुर खीरी: आतंक मचाने वाला बाघ पिंजरे में कैद, किसान और पशुओं को बनाता था शिकार
लखीमपुर खीरी जिले के महेशपुर वन रेंज की देवीपुर बीट में वन विभाग को बड़ी सफलता मिली। एक बुजुर्ग किसान को अपना शिकार बना चुका था।
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Lakhimpur Kheri: लखीमपुर खीरी जिले के महेशपुर वन रेंज की देवीपुर बीट में वन विभाग को बड़ी सफलता मिली। एक खूंखार बाघ जो हाल ही में मन्नापुर गांव में एक बुजुर्ग किसान को अपना शिकार बना चुका था और कई दिनों से पशुओं को अपना आहार बना रहा था, उसे आखिरकार पिंजरे में कैद कर लिया गया।
वन विभाग ने इस बाघ को पकड़ने के लिए विशेष योजना बनाई थी, और इस अभियान में सफलता मिलने से इलाके के लोग राहत की सांस ले रहे हैं। डीएफओ साउथ संजय विश्वाल ने बताया कि बाघ को पकड़ने के बाद पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार, बाघ को उसके प्राकृतिक आवास में वापस छोड़ा जाएगा। इस बाघ के पकड़े जाने से इलाके के लोगों में खुशी की लहर है, क्योंकि वह लंबे समय से आतंक का कारण बना हुआ था।
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वन विभाग के पिंजरे में बाघ कैद
वहीं खबरें हैं कि, महेशपुर वन रेंज की देवीपुर बीट के गांव मन्नापुर में शनिवार सुबह वन विभाग के पिंजरे में बाघ कैद हो गया। बताया जा रहा है कि ये वही बाघ है, जिसने मन्नापुर निवासी 55 वर्षीय कंधई लाल को बृहस्पतिवार को मार डाला था। वन विभाग बाघ का चिकित्सीय परीक्षण कराकर उसे जंगल में छोड़े जाने की बात कह रहा है।
गांव मन्नापुर निवासी कंधई लाल बृहस्पतिवार को अपने खेत में पानी लगा रहे थे। तभी शाम करीब साढ़े तीन बजे बाघ ने उन पर हमला कर दिया था। बाघ के हमले में कंधई लाल की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से ही गांव में दहशत का माहौल था। घटना के अगले दिन वन विभाग ने सिर्फ घटनास्थल के पास ही पिंजरा लगवाया, आसपास छह सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही थी। बाघ को पकड़ने के लिए जो पिंजरा लगाया गया, उसमें एक बकरा बांधा गया था। शनिवार सुबह करीब 7:19 बजे बकरे को देखकर बाघ ने शिकार करने के लिए जैसे ही उस पर हमला किया वह पिंजरे में कैद हो गया।
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डीएफओ ने बताया कि बाघ नर है
इसके बाद मौके पर पहुंचे डीएफओ दक्षिणी खीरी संजय कुमार विश्वाल, एसडीओ अभय प्रताप सिंह और रेंजर नरेशपाल सिंह मौके पर पहुंचे। डीएफओ ने बताया कि बाघ नर है। पीलीभीत टाइगर रिजर्व से डाॅ. दक्ष कुमार गंगवार को बुलाकर पहले बाघ का चिकित्सीय परीक्षण कराया जाएगा। इसके बाद बाघ को जंगल में छोड़ा जाएगा। तब तक उसे महेशपुर वन रेंज में रखा गया है। इस दौरान डिप्टी रेंजर रामनरेश वर्मा, डिप्टी रेंजर सुरेश पाल गौतम, वन दरोगा रोहित श्रीवास्तव, थाना प्रभारी मोहम्मदी इंद्रजीत सिंह, रेहरिया चौकी इंचार्ज, थाना हैदराबाद की पुलिस तैनात रही।
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14:25 IST, November 24th 2024