Published 23:42 IST, September 9th 2024
Kalindi Express को उड़ाने की साजिश में मिष्ठान भंडार की एंट्री, कन्नौज से झोला कानपुर लाने वाला कौन?
कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को LGP सिलेंडर के जरिए पलटाने की कोशिश की गई। मामले में कन्नौज का कनेक्शन सामने आया है।
एक बड़ी साजिश के तहत इन दिनों ट्रेनों को टारगेट किया जा रहा है। कानपुर में पिछली रात एक बड़े ट्रेन हादसे को अंजाम देने की कोशिश की गई। साजिशकर्ता जो भी है, उसके इरादे बेहद खतरनाक थे। बता दें, वारदात वाली जगह पर एक झोला मिला था। जानकारी के अनुसार मौके पर मिला झोला कन्नौज के छिबरामऊ स्थित एक मिठाई विक्रेता का निकला।
मामले की जांच कर रही पुलिस मिठाई विक्रेता की दुकान पर पहुंची और वहां से डीवीआर लेकर गई। छिबरामऊ के सियाराम मिष्ठान भंडार का मिला था झोला। कानपुर के शिवराजपुर उत्तरीपुरा स्टेशन के बीच सिलेंडर से कालिंद्री ट्रेन उडाने की थी साजिश। LGP से भरा सिलेंडर रेलवे ट्रैक पर रखा गया था। एक बैग में पेट्रोल से भरी बोतल, माचिस और विस्फोटक था। इन सब चीजों से अंदाजा किया जा सकता है कि प्लानिंग एक बहुत बड़ी दुर्घटना को अंजाम देने की थी। हालांकि ट्रेन के लोको पायलट की सूझबूझ ने बहुत लोगों को बेमौत मरने से बचाया है। खैर, अब साजिशकर्ता तक जांच एजेंसियां पहुंचने की कोशिश में लग चुकी हैं। इसमें मुस्लिम जमात भी जांच के दायरे में आ चुकी है।
जमातियों को भी लिया गया जांच के दायरे में
कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की कोशिश के मामले में पुलिस के साथ ही एटीएस और आईबी की जांच के दायरे में जमातियों को भी लिया गया है। जानकारी सामने आई है कि बिल्हौर के मकनपुर में हजरत बदीउद्दीन जिंदा शाह की मजार है। इस मजार पर देश-विदेश से बड़े पैमाने पर जमाती आते रहते हैं। ऐसे में पुलिस ने जांच के दायरे में जमातियों को लिया है। पुलिस अधिकारी कह रहे हैं कि कानपुर के बिल्हौर में बड़े पैमाने पर जमातियों का डेरा रहता है।
LGP सिलेंडर के जरिए ट्रेन पलटाने की साजिश!
कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को LGP सिलेंडर के जरिए पलटाने की कोशिश की गई थी। कानपुर में रेलवे ट्रैक पर एलपीजी सिलेंडर ही रख दिया गया था, जिससे कालिंदी एक्सप्रेस टकरा गई। कानपुर-कासगंज रूट पर बर्राजपुर और बिल्हौर स्टेशनों के बीच मुड़ेरी गांव की क्रॉसिंग के पास प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के साथ ये दुर्घटना हुई। गनीमत रही कि इस घटना में किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है और इसमें लोको पायलट की भूमिका सबसे अहम रही है।
पुलिस के मुताबिक, लोको पायलट ने बताया कि उसे ट्रैक पर कोई संदिग्ध चीज दिखाई दी, जिसके बाद उसने ब्रेक मारी। ट्रेन की रफ्तार तेज थी और ऐसे में ब्रेक लगाने के बाद भी ट्रेन उस चीज से टकरा गई, जिससे काफी तेज आवाज हुई। ट्रेन रोककर ड्राइवर ने गार्ड और बाकी लोगों को सूचना दी। बताया जाता है कि तेज रफ्तार ट्रेन से टकराने के बाद सिलेंडर करीब 50 मीटर दूर जा गिरा। चालक ने ट्रेन रोक दी। करीब 20 मिनट तक ट्रेन वहीं खड़ी रही।
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Updated 23:42 IST, September 9th 2024