Published 16:24 IST, November 13th 2024

EXCLUSIVE/ Apple के जमाने में boAt ने कैसे जमाया सिक्का? अमन गुप्ता की जुबानी 'जीरो से हीरो' बनने की पूरी कहानी

अमन गुप्ता ने कहा कि- 'मैं अपनी जर्नी के बारे में बताता हूं... 2016 से पहले भारत में ब्रांड भी नहीं बनते थे, अगर मैं अपनी इंडस्ट्री की बात करूं तो, सिर्फ...

Reported by: Nidhi Mudgill
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अमन गुप्ता की जुबानी 'जीरो से हीरो' बनने की पूरी कहानी | Image: @amangupta0303
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Aman Gupta in India Economic Summit 2024: बोट के सह-संस्थापक अमन गुप्ता रिपब्लिक टीवी के इंडिया इकोनॉमिक समिट 2024 में शामिल हुए। जहां उन्होंने सरकार की 'मेक इन इंडिया' नीति की जमकर सराहना की। इसी के साथ उन्होंने अपनी कहानी भी शेयर की। जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे पहले कुछ ही कंट्रीज इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग करती थी, लेकिन उन्होंने इसके बारे में अपनी समझ बढ़ाई और भारत में ही एक बड़ा ब्रांड बनाया। जिससे हजारों नौकरियों के अवसर भी पैदा हुए। पढ़ें अमन गुप्ता की पूरी कहानी..

अमन गुप्ता की जुबानी उनकी कहानी 

अमन गुप्ता ने कहा कि- 'मैं अपनी जर्नी के बारे में बताता हूं... 2016 से पहले भारत में ब्रांड भी नहीं बनते थे, अगर मैं अपनी इंडस्ट्री की बात करूं तो, सिर्फ जैपनीज, चाइनीज, जर्मन ब्रांड्स होते थे, इंडियन ब्रांड्स का इतना नाम होता नहीं था। तो हमने पहले उसको बदला, कि इंडियन ब्रांड्स को भी पॉपुलर होना चाहिए। आज कई ब्रांड उभर कर भी आए हैं भारत में.. जैसे लगेज इंडस्ट्री में मको बोरा ये एक साल पहले ही ब्रांड बना, इससे पहले ये किसी ने सुने भी नहीं थे। तो आज इंडस्ट्री बाए इंडस्ट्री, शूज में भी इंडियन ब्रांड्स अब आने लग गए है। टी शर्ट में इंडियन ब्रांड्स आने लगे हैं। इसलिए इंडस्ट्री बाए इंडस्ट्री इंडियन ब्रांड्स पॉपुलर हो रहे हैं। हमारी इंडस्ट्री में अनफॉर्चूनेटली मैन्युफैक्चरिंग जब हमने स्टार्ट की ना, तब इंडिया में उस वक्त मैन्युफैक्चरिंग होती ही नहीं थी। कोई नहीं करता था.. मतलब पहले हमारे इंडिया में कोई ऐसा नहीं था कि जिससे इंडिया में एक भी फैक्ट्री मिल जाए.. और हमें फैक्ट्री नहीं चलानी आती थी, हमें नहीं पता था कि लेबर कैसे मैनेज करना है, हमें नहीं पता था की कैसे बनता है, हमें नहीं पता था कि एक एक पार्ट अलग से बनता है।

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पहले 3-4 कंपनी ही मैन्युफैक्चरिंग करती थी- अमन 

अमन गुप्ता ने आगे कहा कि. इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग में चाइना, वियतनाम, ताइवान यही सब तीन चार कंट्रीज थी जिन्होंने ये लिया हुआ था, हम क्या.. एपल भी वहीं से ही बनवाता था, हम तो फिर भी छोटे थे एपल के सामने बहुत छोटे थे। फिर आप देखो धीरे धीरे इंडिया में ये बनने लग गया, इंडिया में इको सिस्टम डेवलप हुआ, ये स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया इनिशिएटिव प्रधानमंत्री स्कीम, पीएम स्कीम जब आयी तो इसकी वजह से, ये ईजी हुआ है और अब ये हम लोग करते हैं, हमने इससे व्यवसाय के अवसर पैदा किए, 10 हजार से ज्यादा नौकरी हमने इससे क्रियेट की। 

दिल्ली की गलियों में गुजरा बचपन 

अमन गुप्ता का जन्म 4 मार्च 1982 को दिल्ली के पटेल नगर में हुआ था, अमन गुप्ता का बचपन दिल्ली की गलियों में ही गुजरा है और वह बचपन से ही शार्प माइंडेड थे, वह किसी भी व्यक्ती की बात को समझने में जरा भी समय नहीं लगाते थे, यही वो संकेत था जो आगे समय में उन्हें दुनियां में मशहूर कराने वाला था। अमन गुप्ता शुरू से ही जीवन में कुछ बडा करना चाहते थे पर उनके पिता उन्हे चार्टर्ड अकाउंटेंट बनाने चाहते थे इसलिए उन्होने अपने पिता की बात नहीं टाली और वह चार्टर्ड अकाउंटेंट की नौकरी करने लगे 2003 में सिटी बैंक में उन्होंने काम किया।

पर उनका उस काम में मन नहीं लगता थ क्योंकि उन्होने बचपन से हो बड़े सपने देखे थे और यह बात अमन गुप्ता के पिता नीरज गुप्ता को समय के सात समझ में आ गई थी इसलिए अमन गुप्ता ने 2 साल तक काम करने के बाद बैंक की नौकरी छोड़ दी। 

पिता और बेटा दोनो को मार्केटिंग का अच्छा अनुभव था इसलिए दोनों ने मिलके atm (vance Telly media private limited) को खोला जिसने बहुत सारी विदेशी ब्रांड्स को भारत में लॉन्च होने में मदद करी। फिर 2011 में अमन गुप्ता ने KPMG को ज्वाइन किया सीनियर मैनेजर मैनेजमेंट कंसल्टेंट के रुप में, फिर वहां भी 2-3 साल काम करने के बाद उन्होंने सेल्स डायरेक्टर के रुप में काम किया। 

अमन गुप्ता अब ऑडियो मार्केट को समझ चुके थे और वह जानते थे की चीज़ को कैसे बेचा जाता है और अमन गुप्ता ने हरमन इंटरनेशनल में मार्केटिंग के सभी फंडे सीख लिए थे और अब वह जिंदगी में और भी आगे बढ़ना चाहते थे क्योंकि अभी तक वह सैलरी पे काम कर रहे थे। 

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boAt की स्थापना की 

अमन गुप्ता जीवन में आगे बढ़ना चाहते थे इसलिए उन्होंने अपने अनुभव का सहारा लिया और अपने मित्र समीर मेहता के साथ मिलकर November 2014 को boAt कंपनी की स्थापना की।  

अमन के पिता अमन को समझते थे इसलिए अमन के पिता ने ही अमन को खुद की कंपनी खोलने का विचार दिया था, जोकि अमन हमेशा से करना चाहते थे पर वह अपने विचार किसी को बता नही पा रहे थे पर जब पिता ने मोटिवेट किया तो अमन ने फैसला किया की अब जिन्दगी में कुछ अच्छा करने का मौका मिला है इसे छोड़ना नही है। जिसके बाद उन्होंने कभी मुड़कर पीछे नहीं देखा और अमन गुप्ता आज boAt के 1400 करोड़ के मालिक हैं। 

स्टार्टअप से मेक इन इंडिया तक... 

बोट के सह-संस्थापक अमन गुप्ता ने कहा कि, 'हमने हौज खास के एक छोटे से कैफे से अपनी फर्म की शुरुआत की थी, आज हम काफी सफल हैं, अब हमें फंडिंग की कोई दिक्कत नहीं आती।' अमन गुप्ता ने आगे बताया कि, अगर आपके पास एक शानदार विचार है, तो सरकारी योजनाओं और त्वरक फंड्स की मदद से उसे सफल बनाना आसान हो गया है।'

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भारत में स्टार्टअप्स अब और बेहतर- अमन गुप्ता 

अमन गुप्ता का मानना है कि भारत में स्टार्टअप्स के लिए माहौल अब पहले से कहीं बेहतर हो चुका है। उन्होंने जोर देकर कहा कि मोदी सरकार की नीतियों ने उद्यमियों को नए अवसर दिए हैं, जिससे युवा उद्यमियों को आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है। उन्होंने कहा कि, 'आज के दौर में बिजनेस करना आसान हो गया है और इसका श्रेय सरकार की सहयोगी नीतियों को जाता है।' 

पूरा वीडियो आप यहां देख सकते हैं:

यह भी पढ़ें: स्टार्टअप से मेक इन इंडिया तक... मोदी सरकार की नीति से बिजनेस कितना आसान हुआ? अमन गुप्ता ने समझाया

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16:06 IST, November 13th 2024