पब्लिश्ड 22:15 IST, August 28th 2024
गुजरात में बाढ़ से त्रासदी, भावनगर में पुल जलमग्न; कई गांवों का संपर्क टूटा; 2 दिन तक बारिश का अलर्ट
भावनगर से भी पुल जलमग्न होने की खबर आ रही है जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया है। जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
- भारत
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Gujarat heavy rain Alert: गुजरात में भारी बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार मूसलाधार बारिश के चलते राज्य के कई हिस्सों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। कच्छ जिले सहित बाकी इलाकों में भी हालात बिगड़ते जा रहे हैं, वहीं आने वाले दिनों में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। भावनगर से भी पुल जलमग्न होने की खबर आ रही है जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया है। जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कच्छ के कई गांवों के बीच का मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है क्योंकि भारी बारिश के कारण पुल जलमग्न हो गया है। यहां के स्थानीय निवासियों को इस मार्ग बाधित होने के कारण भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। पानी का स्तर इतना बढ़ गया है कि लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं और गांवों के बीच आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है। स्थानीय प्रशासन और सरकार स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं।
प्राइमरी स्कूलों को बंद रखने का फैसला
राज्य के कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी जाएं ताकि वह इस आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए उपलब्ध रह सकें। राज्य में सर्तकता बरतते हुए सभी प्राइमरी स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
1 सितंबर तक बारिश रहेगी जारी
मौसम विभाग ने 30 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसमें 28 अगस्त के लिए राज्य के 12 से ज्यादा जिलों को रेड अलर्ट पर रखा गया था। विभाग का अनुमान है कि एक सितंबर तक बारिश जारी रहेगी, जिससे बाढ़ और जलभराव की समस्या और भी गंभीर हो सकती है।
भारी बारिश से जूझ रहा राज्य
बिपरजॉय तूफान ने पिछले साल गुजरात में भारी तबाही मचाई थी और अब राज्य एक और भारी बारिश से जूझ रहा है। इस बार बिपरजॉय के बाद गुजरात पर आसमान से आफत बरस रही है। हालात इतने गंभीर हैं कि कई जिलों में स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है। स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं, लेकिन मूसलाधार बारिश ने इन कार्यों में भी बाधा उत्पन्न कर दी है।
कई इलाकों में राहत शिविरों की स्थापना
राज्य सरकार ने लोगों से अपील की है कि वह अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। ग्रामीण इलाकों में प्रशासन ने राहत शिविरों की स्थापना की है, लेकिन इन शिविरों तक पहुंच पाना भी एक बड़ी चुनौती बन गई है। इस बीच राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन के प्रयासों के बावजूद, लोग अपने घरों में ही सुरक्षित रहने के लिए मजबूर हैं। बारिश के रुकने का इंतजार किया जा रहा है, ताकि राहत कार्यों को और अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सके।
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अपडेटेड 22:15 IST, August 28th 2024