पब्लिश्ड 12:18 IST, May 26th 2024
जिंदगी भर का जख्म दे गया दिल्ली का बेबी केयर...7 नवजात जिंदा जले; बच्चे को तलाशती मां का दर्द
दिल्ली के विवेक विहार में बेबी केयर सेंटर में आग लगने से 7 नवजात की मौत हो गई। अपने कलेजे के टुकड़े को ढूंढ़ती हुई मां इधर-उधर भटक रही है।
- भारत
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दिल्ली के विवेक विहार में बेबी केयर सेंटर में बड़ा हादसा हो गया। आग लगने की वजह से 7 नवजात बच्चों की मौत हो गई। अगल लगने के दौरान 11 बच्चों को रेस्क्यू किया गया। हालांकि, इन 11 नवजातों में से 7 की मौत हो गई। एक की स्थिति बेहद गंभीर बताई जा रही है। वहीं अब जानकारी सामने आई है कि कुछ बच्चे लापता है, जिन्हें उनकी मां ढूंढ़ रही है। अपने कलेजे के टुकड़े की तलाश में इधर-उधर भटक रही है।
मामले में पीड़ित परिवार वालों से जब रिपब्लिक ने बातचीत की तो उन्होंने बताया कि केयर सेंटर वाले 7000 प्रति दिन के हिसाब से लेते थे। परिवार वालों को केयर सेंटर में नहीं रुकने दिया जाता था। उन्होंने जानकारी दी कि कई बार ऑक्सीजन सिलेंडर को किसी सुरक्षित जगह पर रखने के लिए केयर सेंटर के कर्मियों को बोला गया था। अपने बच्चे की तलाश में दर्द से कराहती मां इधर से उधर भटक रही है।
न्यूज चैनल से माता-पिता को मिली आग की खबर
एक 17 दिन की नवजात बच्ची के परिवार ने बताया कि उसकी तलाश में फैमिली सड़क पर खड़ी है। कभी पुलिस की चक्कर तो कभी अस्पताल अधिकारियों के चक्कर लगा रही है। उन्होंने ये भी बताया कि आग लगने की जानकारी न्यूजपेपर और TV चैनल से मिली। बता दें, घटनास्थल की कई तस्वीरें सामने आई है, जो इतनी भयावह है कि देखकर आपका दिल कांप जाए। बच्चों की तस्वीरें ऐसी हैं, जिसे साझा नहीं किया जा सकता।
कुछ बच्चे अबतक लापता
जानकारी के अनुसार कुछ बच्चे परिवार को मिल गए लेकिन कुछ अभी भी लापता हैं। अभी तक उनकी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। RWA के प्रेसिडेंट ने कहा, “11:30 बजे मुझे फोन आया आपके घर के पीछे सिलेंडर ब्लास्ट हो रहे हैं। हम मौके पर पहुंचे यहां पर गाड़ी खड़ी करने की जगह नहीं थी। पीछे की एग्जिट प्वाइंट से हमने 11 बच्चे निकाले। 5 नवजात बच्चे मेरी गाड़ी में थे हम उन बच्चों को लेकर अस्पताल गए।”
गाड़ियों के शीशे और घर के दरवाजे भी टूटे
उन्होंने बताया कि बच्चों को फिर दूसरी हॉस्पिटल में रखा गया। मुझे केयर सेंटर की नर्स ने बताया कि किचन में आग लगी थी। आग नीचे आई ऑक्सीजन सिलेंडर ब्लास्ट हुए और दूर-दूर जाकर गिरे। गाड़ियों के शीशे और आसपास के लोगों के घर के दरवाजे उसी से टूटे हैं।
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अपडेटेड 12:22 IST, May 26th 2024