Published 22:13 IST, August 26th 2024
देशभर में जन्माष्टमी पर सजे मंदिर, कान्हां की झलक पाने के लिए भक्तों का लगा तांता
देशभर में जन्माष्टमी पर मंदिर सजे हुए हैं, बड़े बड़े मंदिरों में कान्हां की झलक पाने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है।
Advertisement
जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान कृष्ण का आशीर्वाद लेने के लिए हर्षोल्लास और भक्ति में डूबे लोग सोमवार सुबह से ही मंदिरों में उमड़ने लगे। वातावरण ‘हरे कृष्ण’ के जयकारे और भजनों से वातावरण गूंज उठा और श्रद्धालु मधुर संगीत पर नाचते-गाते रहे। भगवान कृष्ण और राधा की वेशभूषा में सजे बच्चे अपने माता-पिता के साथ मंदिरों में पहुंचे।
जन्माष्टमी के अवसर पर लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिरला मंदिर) को रोशनी से सजाया गया। शहर के प्रमुख मंदिरों में कई विशेष व्यवस्थाएं की गईं, जिनमें थाईलैंड जैसे देशों से आयातित फूलों से मंदिरों की सजावट भी शामिल है। कई इलाकों में भगवान कृष्ण की झांकियां भी प्रदर्शित की गईं।
Advertisement
छतरपुर मंदिर में रूस-यूक्रेन युद्ध की थीम पर एक ‘नृत्य नाटिका’ का मंचन किया गया, जिसमें विश्व शांति का संदेश दिया गया। छतरपुर मंदिर के सीईओ किशोर चावला ने कहा,‘‘हमने सुबह नृत्य नाटिका का मंचन किया और इसे शाम को 9:30 बजे से 11 बजे तक फिर से प्रस्तुत किया जाएगा। इस नृत्य नाटिका का विषय रूस-यूक्रेन युद्ध है। इसके माध्यम से हमारा उद्देश्य भगवान कृष्ण द्वारा बताए गए विश्व शांति के संदेश को फैलाना है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘शाम को मंदिर में जुलूस निकाला जाएगा।’’
‘ईस्ट ऑफ कैलाश’ स्थित इस्कॉन मंदिर में ‘महापूजा’ की गई और भगवान को 1,008 विभिन्न व्यंजनों का भोग लगाया गया। इस्कॉन के उपाध्यक्ष व्रजेंद्र नंदन दास ने कहा, ‘‘तड़के 4:30 बजे जैसे ही मंदिर के कपाट खुले, भगवान कृष्ण का आशीर्वाद लेने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। हमने पूरे दिन दर्शन की व्यवस्था की। रात 9:30 बजे हम महा अभिषेक पूजा करेंगे और रात 11:30 बजे 1,008 व्यंजनों का भोग लगाएंगे।’’
Advertisement
उन्होंने कहा, ‘‘अंत में मध्य रात्रि में महाआरती होगी और कृष्ण नाम का जाप होगा।’’ दास ने कहा, ‘‘मंदिर ने भगवान कृष्ण के विग्रह के लिए विशेष रूप से वृंदावन से वस्त्र मंगवाया है और मंदिर की सजावट बेंगलुरु और थाईलैंड से मंगाए गए फूलों से की गई है। यह भक्तों के लिए एक भव्य नजारा होगा।’’
मंदिरों ने भी भक्तों के लिए सुचारु दर्शन सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा उपाय लागू किए हैं। दास ने कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस ने 500 अधिकारियों को तैनात किया है, जिन्हें हमारे अपने सुरक्षा कर्मी सहयोग कर रहे हैं और 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। भक्तों की सुरक्षा के लिए चिकित्सकों और एम्बुलेंस की एक टीम को तैयार अवस्थ में रखा गया है।’’
Advertisement
दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने सभी मंदिरों में व्यापक व्यवस्था की है और परिसर के चारों ओर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। एक अधिकारी ने बताया कि बिरला, इस्कॉन और छतरपुर जैसे प्रमुख मंदिरों में स्थानीय पुलिस को स्वयंसेवकों के साथ समन्वय करने के लिए कहा गया है ताकि उत्सव के दौरान अराजकता और किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
22:13 IST, August 26th 2024