Published 16:59 IST, October 13th 2024
बर्फ के सुए से 52 वार, किया पहले भी कत्ल; कैसे लॉरेंस गैंग से जुड़ा सिद्दीकी का कातिल गुरमेल...कहानी
गुरमेल सिंह ने 5 साल पहले क्राइम की दुनिया में अपना नाम दर्ज कराया था। 31 मई 2019 को कैथल के रुद्री मंदिर के पास गुरमेल ने हत्याकांड को अंजाम दिया था।
Shooter Gurmail Singh: हरियाणा के कैथल जिले में एक साधारण परिवार में रहने वाला गुरमेल सिंह आज अपराध की दुनिया में एक बड़ा नाम बन गया है। मुंबई में हुई एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोप में गुरमेल सिंह पकड़ा गया है। गुरमेल सिंह के साथ पुलिस ने उत्तर प्रदेश के बहराइच के रहने वाले धर्मराज कश्यप को भी पकड़ा है। एक आरोपी घटना के बाद फरार हो चुका था।
मुंबई के जाने-माने राजनीतिक व्यक्ति 66 वर्षीय बाबा सिद्दीकी को शनिवार रात मुंबई के बांद्रा उपनगर में उनके बेटे विधायक जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर 3 हमलावरों ने गोली मार दी। उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इस हत्या ने राजनीतिक और सेलिब्रिटी हलकों में हलचल मचा दी है, क्योंकि सिद्दीकी को सलमान खान और शाहरुख खान जैसे बॉलीवुड सितारों से अपने संबंधों के लिए जाना जाता था। 3 कथित हमलावरों में से दो धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल गुरमेल की 'क्राइम कुंडली' भी सामने आई है।
बर्फ के सुए से 52 वार, 2019 में किया था एक कत्ल
गुरमेल सिंह ने 5 साल पहले क्राइम की दुनिया में अपना नाम दर्ज कराया था। गुरमेल ने 31 मई 2019 को कैथल के रुद्री मंदिर के पास हत्याकांड को अंजाम दिया था। उसने अपने साथियों के साथ एक युवक की बर्फ के सुए से 52 वार का हत्या कर दी थी। मरने वाले व्यक्ति का नाम सुनील थी, जो आरोपियों में से एक अशोक का भाई था। मामले में गुरमेल सिंह को जेल हुई।
जेल में रहकर जुड़ा लॉरेंस बिश्नोई गैंग से संबंध
खुलासा हुआ है कि गुरमेल सिंह का कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से संपर्क था। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को शुरुआती जांच में इनपुट मिले हैं कि आरोपी गुरमेल कैथल जेल में ही गैंगस्टर लॉरेंस के गुर्गों के संपर्क में आया था। इसके बाद वो जमानत पर बाहर आया और मुंबई चला गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लॉरेंस के गुर्गों ने ही उसे मुंबई बुलाया था, जहां से उसके लॉरेंस गैंग में अच्छे संबंध बनते गए। आरोपी गुरमेल ने अपने साथियों के साथ मिलकर बाबा सिद्दीकी के घर और दफ्तर की रेकी की थी। वो डेढ़ से दो महीने से मुंबई में थे और बाबा पर नजर रख रहे थे। शनिवार रात को उन्होंने बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी।
गुरमेल की दादी बोली- उसे गोली मार दो
ग्रामीणों के मुताबिक गुरमेल के माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। हालांकि उसकी दादी अभी जिंदा है। बाबा सिद्दीकी की हत्या को लेकर गुरमेल सिंह की दादी का कहना है कि उन्होंने उसे (गुरमेल सिंह) 11 साल से बेदखल कर रखा है। अपने बयान में गुरमेल की दादी ने कहा, ‘गुरमेल सिंह मेरा कुछ भी नहीं लगता है। गुरमेल के बारे में जानकारी नहीं है। गांव में नहीं आया वो पिछले कुछ दिनों से। मैंने उसे बेदखल कर रखा है 11 साल से। मेरा उससे कोई संपर्क नहीं है। मेरी तरफ से उसको खड़ा करके गोली मार दो।’
Updated 16:59 IST, October 13th 2024