पब्लिश्ड 22:34 IST, January 27th 2025
सीबीआई ने रिश्वत के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने रोहतक में ‘ईसीएचएस’ पैनल के एक अस्पताल को सतर्कता जांच से राहत दिलाने के लिए रिश्वत मांगने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
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केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने रोहतक में ‘ईसीएचएस’ पैनल के एक अस्पताल को सतर्कता जांच से राहत दिलाने के लिए रिश्वत मांगने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। एजेंसी ने ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक के हिसार क्षेत्रीय केंद्र में कार्यरत अनुराग शर्मा, रक्षा लेखा विभाग में वरिष्ठ लेखा अधिकारी श्याम सुंदर, चिकित्सक और बिचौलिया नितिन शर्मा तथा एक अन्य व्यक्ति धर्मपाल को गिरफ्तार किया।
आरोप है कि शर्मा ने रोहतक के प्रगति अस्पताल के खिलाफ जांच पूरी करने के लिए 1.40 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी, जिससे अस्पताल को भूतपूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस) पैनल के मरीजों को इलाज मिल जाता। यह व्यवस्था जांच शुरू होने के बाद 6-7 महीने तक बंद रही थी।
अस्पताल की संचालक डॉक्टर के पति ने सीबीआई को शिकायत दी, जिसमें आरोप लगाया गया कि उसने हाल ही में 35 लाख रुपये का भुगतान किया और कुल रिश्वत राशि का 50 प्रतिशत अग्रिम मांगते हुए 35 लाख रुपये और देने को कहा गया। एजेंसी ने सीबीआई द्वारा की गई जांच के दौरान गुप्त रूप से रिकॉर्ड एक टेलीफोन बातचीत पर भी गौर किया जिसमें शिकायतकर्ता को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि दिल्ली चुनाव चल रहे हैं और वह भुगतान कर देगा।
शिकायत के बाद, सीबीआई ने मामला दर्ज कर नितिन शर्मा को 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। बाद में, सीबीआई ने अनुराग को भी गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक जांच में श्याम सुंदर और धर्मपाल की कथित भूमिका सामने आने के बाद उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि तलाशी के दौरान 25 लाख रुपये नकद और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
अपडेटेड 22:34 IST, January 27th 2025