Published 00:01 IST, September 20th 2024
बिहारः CM नीतीश ने नवादा में मकानों को जलाए जाने की घटना की निंदा की
बिहार के CM नीतीश कुमार ने नवादा में 34 घरों में आग लगाए जाने की घटना की निंदा करते हुए ADGP को घटनास्थल का दौरा करने और जांच की निगरानी करने का निर्देश दिया।
- भारत
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवादा जिले में 34 घरों में आग लगाए जाने की घटना की निंदा करते हुए बृहस्पतिवार को अपर पुलिस महानिदेशक को स्वयं घटनास्थल का दौरा करने और जांच की निगरानी करने का निर्देश दिया।
जिन घरों में आग लगाई गयी उनमें अधिकांश घर अनुसूचित जाति व अनुसूचिक जनजाति (एससी-एसटी) समुदाय के थे।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सभी आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने का निर्देश भी दिया है।
नवादा के मांझी टोला में 34 मकानों में आग लगाने की घटना के एक दिन बाद पुलिस ने अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया है।
मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को सभी जिलाधिकारियों (डीएम) एवं पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि जो लोग कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करते हैं, उन्हें पकड़कर दंडित किया जाना चाहिए।
सीएमओ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने राज्य भर के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि राज्य में कानून-व्यवस्था बरकरार रहे।
अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने डीएम और एसपी को अपने-अपने जिलों की सभी जेलों की तलाशी लेने का निर्देश दिया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वहां कोई गैरकानूनी गतिविधि न हो।
प्रारंभिक जांच से संकेत मिला है कि बुधवार शाम मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मांझी टोला में भूमि विवाद के कारण हिंसा भड़की।
बिहार पुलिस मुख्यालय और नवादा जिला अधीक्षक कार्यालय द्वारा बृहस्पतिवार को जारी बयान के अनुसार, 18 सितंबर की शाम करीब सवा सात बजे सूचना प्राप्त हुई कि नवादा सदर प्रखंड के मुफस्सिल थानान्तर्गत देदौर गांव के कृष्णा नगर नदी पर स्थित झोपड़ियों में असामाजिक तत्वों द्वारा आग लगा दी गयी है।
बयान के अनुसार, त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारी अग्निशमन दस्ता दल के साथ अविलम्ब घटना स्थल पर पहुंचे।
अग्निशामन दस्ता द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए आग पर काबू पाया गया। घटना स्थल पर कोई व्यक्ति एवं मवेशी जख्मी नहीं पाया गया।
घटना स्थल पर उपस्थित एक स्थानीय व्यक्ति व्यास मुनी ने बताया कि जिन झोपडियों में आग लगायी है उससे संबंधित जमीन पर वर्ष 1995 से नवादा व्यवहार न्यायालय में मुकदमा लंबित है।
बयान के अनुसार, उपद्रवी तत्वों के गिरफ्तारी के लिए एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया जिसके द्वारा विभिन्न स्थलों पर छापामारी कर मुख्य अभियुक्त नन्दू पासवान सहित कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया। अन्य दोषियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। बयान में बताया गया कि आगजनी में 21 झोपड़ी पूर्णतः एवं 13 झोपड़ी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुई हैं।
नवादा के जिलाधिकारी (डीएम) आशुतोष कुमार वर्मा ने इस घटना के बारे में ‘‘पीटीआई-भाषा’’ से कहा कि मौके पर मौजूद वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट सौपेंगे।
अधिकारी ने कहा, ‘‘जांच में यह भी पता चला है कि जिन घरों में आग लगाई गई, उनमें से ज्यादातर एससी-एसटी समुदाय के लोगों के थे। इसलिए, शस्त्र अधिनियम और एससी और एसटी अधिनियम से संबंधित धाराओं के प्रावधानों के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि यह आशंका भी जतायी जा रही है कि आरोपियों ने घरों में आग लगाने से पहले हवा में गोलियां चलाईं। उन्होंने कहा कि हम विस्थापित लोगों को भोजन के पैकेट और पीने के पानी समेत राहत सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं।
उन्होंने बताया, ‘‘पीड़ितों के लिए अस्थायी तंबू लगाए गए हैं।’’ वर्मा ने इस बात का खंडन किया कि घटना में मवेशी झुलस गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है।’’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नवादा की घटना को लेकर सोशल मीडिया मंच ‘‘एक्स’’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘नवादा में महादलितों का पूरा टोला जला देना, 80 से ज़्यादा परिवारों के घरों को नष्ट कर देना बिहार में बहुजनों के विरुद्ध अन्याय की डरावनी तस्वीर उजागर कर रहा है। अपना घर-संपत्ति खो चुके इन दलित परिवारों की चीत्कार और भयंकर गोलीबारी की गूंज से वंचित समाज में मचा आतंक भी बिहार की सोई हुई सरकार को जगाने में कामयाब नहीं हो पाए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा और राजग के सहयोगी दलों के नेतृत्व में ऐसे अराजक तत्व शरण पाते हैं -भारत के बहुजनों को डराते हैं, दबाते हैं, ताकि वो अपने सामाजिक और संवैधानिक अधिकार भी न मांग पाएं। और, प्रधानमंत्री का मौन इस बड़े षड़यंत्र पर स्वीकृति की मोहर है। बिहार सरकार और राज्य पुलिस को इस शर्मनाक अपराध के सभी दोषियों के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई कर, और पीड़ित परिवारों का पुनर्वास करा कर उन्हें पूर्ण न्याय दिलाना चाहिए।’’
बिहार में मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने बिहार के नवादा में कई लोगों के घरों में आग लगाए जाने की घटना को लेकर बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पर निशाना साधा और दावा किया कि प्रदेश में किसी प्रकार की कोई कानून-व्यवस्था नहीं है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विफल हो गए हैं।
लालू ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के ‘‘नवादा घटना में गिरफ्तार किए गए 90 प्रतिशत लोग एक विशेष जाति के हैं और राजद समर्थक हैं।’’ के बयान पर भी निशाना साधा।
लालू प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जीतन राम मांझी पूरी तरह से गुमराह हैं और वह देश के लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। मैं पता लगाऊंगा कि वहां (नवादा) क्या हुआ है। राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है।’’
उन्होंने बाद में कहा, ‘‘यह बहुत गलत है। बिहार में कानून-व्यवस्था नहीं है। नीतीश कुमार विफल हो गए हैं।’’
बिहार विधानसभा प्रतिपक्ष के नेता नेता तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘‘एक्स’’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘महा जंगलराज! महा दानवराज! महा राक्षसराज! नवादा में दलितों के 100 से अधिक घरों में लगायी आग। नरेन्द्र मोदी और नीतीश कुमार के राज में बिहार में आग ही आग। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेफिक्रए राजग के सहयोगी दल बेखबर! गरीब जले, मरे-इन्हें क्या। दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा।’’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी और राज्य के वरिष्ठ मंत्री विजय कुमार चौधरी ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘यह घटना बेहद निंदनीय है.... मुख्यमंत्री ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि जो भी इस वारदात में शामिल हैं, उसे बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को व्यक्तिगत रूप से जांच की निगरानी करने और घटनास्थल का दौरा करने का निर्देश दे चुके हैं।’’
वहीं केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संस्थापक जीतन राम मांझी ने इस घटना के लिए यादव समुदाय को जिम्मेदार ठहराया और दावा किया कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों में 12 यादव समुदाय से हैं।
मांझी ने यादव समुदाय के लोगों पर प्रदेश में दलितों की जमीन पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि इस समुदाय ने उस स्थान पर रह रहे पासवान समुदाय के लोगों को उकसा कर इस घटना को अंजाम दिया है।
उन्होंने विरोधियों पर जानबूझकर बिहार की नीतीश कुमार नीत राजग सरकार को कटघरे में खड़ा करने के लिए इस तरह की राजनीतिक साजिश रचने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि पीड़ितों के लिए बचाव और राहत कार्य जारी है तथा सभी को उचित मुआवजा दिया जाएगा। मांझी ने कहा कि इस मामले में अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ।
केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने कहा, ‘‘यह घटना जितनी दुखद है, उतनी ही निंदनीय और शर्मनाक भी है। मैं राज्य सरकार के संपर्क में हूं। पहले इस बात को सुनिश्चित किया जाए जा रहा है कि जितने लोग प्रभावित हुए हैं, उनके पुनर्वास की व्यवस्था की जाए। मैं लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’’
Updated 00:01 IST, September 20th 2024