Published 17:14 IST, November 18th 2024

'1500 रु. डालो और 1900 निकाल लो', महाराष्ट्र की लाडली बहन योजना को लेकर शिंदे सरकार पर भड़के ओवैसी

शिंदे सरकार पर भड़के ओवैसी ने कहा, 'ये जो लाडली बहना की स्कीम है ये शिंदे की स्कीम नहीं है ये शिंदे की नहीं है ये गुजरात मॉडल है।'

Reported by: Ravindra Singh
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महाराष्ट्र की लाडली बहन योजना को लेकर शिंदे सरकार पर भड़के ओवैसी | Image: PTI
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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों में सियासी पार्टियां जुट गई हैं। ऐसे में हैदराबाद की एआईएमआईएम भी अपनी तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने महाराष्ट्र के धूलिया में एक चुनावी रैली को संबोधित किया और इस दौरान सूबे की शिंदे सरकार पर जमकर हमला बोला। ओवैसी ने कहा कि शिंदे सरकार लाडली बहन योजना लेकर आई है इस योजना के तहत हर बहनों को 1500 रुपए महीने दे रही है लेकिन क्या आपको पता है कि इस 1500 के बदले वो आपसे 1900 रुपए वापस खींच ले रही है। ओवैसी ने इस दौरान बीजेपी और महाराष्ट्र की शिंदे सरकार पर जमकर हमला बोला।

ओवैसी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'ये जो लाडली बहना की स्कीम है... ये शिंदे की नहीं है ये गुजरात मॉडल है। 1500 रुपए डालो और 1900 रुपए खींच लो। सोयाबीन उगाने वाला किसान रो रहा है खून के आंसू नहीं मिल रहा है एमएसपी उसको। इसके ऊपर बात ही नहीं करते हैं बीजेपी वाले। धर्म युद्ध... वो जो उत्तर प्रदेश से महाराज आए... बटेंगे तो कटेंगे अग्रवाल बोल रहे हैं कि मैं जो कब्रिस्तान में सो रहे हैं उनको उठा दूंगा तो उठाओ न, डीजे बजाउंगा। गोटे आरएसएस के मगर असली मसला धूलिया में क्या है प्राइस राइस जो कीमतें आसमान को छू रही हैं जिस पर कोई बात नहीं करता है और क्या कीमत है मैं बोलना चाह रहा हूं गोटे को, अग्रवाल साहब को, मोदी को, योगी को और फडणवीस को और शिंदे को।'

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महंगाई को लेकर मोदी सरकार पर भड़के ओवैसी

ज्वार की कीमत 2014 में 30 रुपए प्रति किलो कीमत थी अब धूलिया की मार्केट में उसकी कीमत 50 रुपए प्रतिकिलो है। चावल 40 रुपए प्रतिकिलो था अब 60 रुपए प्रतिकिलो हो गया है। आटा 25 रुपए में था अब 42 रुपए से 45 रुपए के बीच है। गुड़ 30 रु. था अब 55 रु. हो गया है। शक्कर 30 रुपए में थी अब 42 रुपए प्रतिकिलो है। मोदी जी चाय बनाकर पिलाएंगे तो कैसे होंगा? वो बोलते न मैं चाय वाला मगर शक्कर 42 रु. में हो गई है। मसूर की दाल 50 रु. थी अब से 10 साल पहले अब 90 रु. हो गई है। तूअर की दाल 70 रु. थी 2014 में अब 160 रु. हो गई है। लाल मिर्ची 100 रु. थी धुलिया में अब 400 रु. हो गई है। हल्दी 100 रु. थी 10 साल पहले अब 500 रु. में हो गई है। भिंडी 15 रु. से 80 रु. जा पहुंची 10 सालों में। बैगन 5 रु. से 90 रु. तक जा पहुंचा। हरी मिर्च 20 रु. से 80 रु. तक जा पहुंची। प्याज 10 रु. से 60 रु. तक जा पहुंचा है। आलू 10 रु. से 60 रु. पेट्रोल 72 रु. से अब 104 रु. प्रति लीटर हो गया है। डीजल 55 रु. था अब 90 रु. प्रति लीटर जा पहुंचा है। गैस का सिलिंडर मोदी जी ने पूरे देश में गैस छोड़ दी है। 2014 में धूलिया में 400 रु. प्रति सिलिंडर था अब 8118 रु. से लेकर के 1160 रु. प्रति सिलिंडर हो चुका है। मिट्टी का तेल 70 रु. था अब 150 रु. तक जा पहुंचा है।


ये शिंदे की स्कीम नहीं ये गुजरात मॉडल

ओवैसी ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए आगे कहा,'अब मोदी क्या बोले पार्लियामेंट के इलेक्शन में कहते हैं कि भाइयों बहनों ऐसा लगता है कि मैं अपनी मां के पेट से पैदा नहीं हुआ। वो बोले ना... मैं बायोलॉजिकल नहीं हूं... वो बोले थे कि नहीं बोले थे? देखिए उसका नतीजा क्या होता है जो अपनी अम्मा के पेट से पैदा नहीं हुआ...? वो मां के पेटों को काट रहा है। अब शिंदे क्या बोलते... अमित शाह क्या बोलते हे हमने लाडली बहन दिया... लाडली दिया.... लाडली दिया। कितना दिया? 1500 रुपए दिया.... मैथेमेटिक्स में अच्छ हैं न धूलिया के लोग लोगों का हिसाब करते क्या? पूरों का करेंगे ना... अब मिट्टी का तेल रख लो 150 रु. सिलिंडर 818 रु. कितने हो गए 970 रु. हो गए अब आप इसमें ला लीजिए चावल 60 रु. शक्कर 42 रु. मसूर की दाल ले लो, हल्दी ले लो 500 रु. किलो। अरे ये 6 आइटम में ही 1500 टांय-टांय हो गए... तो ये जो लाडली बहना की स्कीम है ये शिंदे की स्कीम नहीं है ये शिंदे की नहीं है ये गुजरात मॉडल है।'

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धूलिया की मां बहनों से ओवैसी की मांग

चुनावी रैली में धूलिया की जनता को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, 'ये धूलिया की मार्केट का रेट है मेरा नहीं है। अग्रवाल साहब आपको तो रेट मालूम होगा न। अब आप बताइए 1500 लाडली बहनों को डाल रहे हैं और 1900 रुपए छीन ले रहे हैं। तो हम धुलिया की मां और बहनों से अपील कर रहे हैं कि जिसको मिला लाडली बहन ले लो आप और ये समझो कि ये आप ही का है शिंदे अपनी जेब से नहीं दे रहे हैं। अमित शाह अपने घर से नहीं दे रहे हैं। ये आपका पैसा है आपको मिल रहा है मगर इतना याद रखो 1500 के नाम पर 1900 तुमसे छीन ले रहे हैं। सोयाबीन उगाने वाला किसान खून के आंसू रो रहा है एमएसपी नहीं मिल रहा है उसको। इसके ऊपर बात ही नहीं करते हैं बीजेपी वाले।' 

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17:14 IST, November 18th 2024