Published 20:42 IST, April 29th 2024

फेक वीडियो मामले पर सियासी भूचाल क्यों? अमित शाह बोले- जनता के सामने बेनकाब हो चुका है विपक्ष

Amit Shah Deepfake Video: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक डीपफेक वीडियो वायरल हो गया है।

Reported by: Digital Desk
Edited by: Kunal Verma
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Making fake videos viral is a sign that the Opposition leaders are lying as they have lost their ground, Union Home Minister Amit Shah has said. | Image: Republic Digital
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Amit Shah Deepfake Video: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक डीपफेक वीडियो वायरल हो गया है, जिससे देश में सियासी तूफान मच गया है। वीडियो में दावा किया गया कि अमित शाह भारत में आरक्षण हटाने की बात कर रहे थे। फर्जी वीडियो में शाह कह रहे थे, "अगर बीजेपी सत्ता में आती है, तो वह असंवैधानिक एससी/एसटी (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति) और ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) आरक्षण को खत्म कर देगी।"

रिपब्लिक से एक्सक्लूसिव बात करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने गहरे फर्जी वीडियो विवाद पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा- “मीडिया के पास मेरा असली वीडियो है। इससे पता चलता है कि विपक्ष में आत्मविश्वास नहीं है। इसने विपक्ष को बेनकाब कर दिया है।”

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अमित शाह के छेड़छाड़ वाले वीडियो से विपक्ष का क्या लेना-देना?

अमित शाह का डीप फेक वीडियो कथित तौर पर तेलंगाना कांग्रेस हैंडल से सोशल मीडिया पर शेयर किया गया था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) ने वीडियो के संबंध में गलत काम के किसी भी दावे का खंडन किया है, लेकिन अमित शाह के छेड़छाड़ किए गए वीडियो के मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी को दिल्ली पुलिस ने बुधवार को तलब किया था। सीएम के साथ-साथ तेलंगाना से चार अन्य लोगों को भी तलब किया गया है।

तेलंगाना कांग्रेस द्वारा एक्स पर अमित शाह का डीपफेक वीडियो साझा करने के बाद पार्टी के कई नेताओं और समर्थकों ने वीडियो को दोबारा पोस्ट किया। इसके चलते यह वायरल हो गया और विवाद पैदा हो गया, क्योंकि वीडियो फर्जी है। बीजेपी ने दावा किया है कि वीडियो फर्जी है और इसमें अमित शाह के मूल बयान नहीं हैं जो उन्होंने एक राजनीतिक रैली के दौरान दिए थे, जिसके फुटेज का इस्तेमाल किया गया है।

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दिल्ली पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153, 153ए, 465, 469, 171जी और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धारा 66सी के तहत पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की है। इसके अलावा, दिल्ली पुलिस ने अमित शाह के डीप फेक वीडियो को अपलोड और साझा करने वाले विशिष्ट खातों और हैंडल की जानकारी के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स और फेसबुक को नोटिस भेजा है।

आरक्षण के पक्ष में हैं अमित शाह

28 अप्रैल को एक रैली में अमित शाह ने कहा कि अगर बीजेपी-एनडीए सरकार तीसरी बार सत्ता में आती है तो आरक्षण में किसी भी तरह का बदलाव नहीं करेगी। शाह ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा किये जा रहे जवाबी दावों का खंडन किया। उन्होंने कहा- 'राहुल गांधी हमारे खिलाफ अफवाह फैलाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा 10 साल से इस देश की सत्ता पर काबिज है और दो बार पूर्ण बहुमत के साथ चुनी गई है। यदि हम वास्तव में देश में आरक्षण समाप्त करने की मंशा या प्रेरणा से काम कर रहे होते तो अब तक ऐसा हो चुका होता। ये झूठ के अलावा कुछ नहीं है।'

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असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के डीप फेक वीडियो मामले में रीतम सिंह नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। रीतम सिंह के सोशल मीडिया से ऐसा लग रहा है कि वह असम कांग्रेस के सदस्य हैं।

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20:42 IST, April 29th 2024