Published 13:04 IST, April 7th 2024
'वेल्थ क्रिएटर्स को गाली, सनातन का विरोध...कांग्रेस लीडरशिप ने मेरी नहीं मानी', बोले गौरव वल्लभ
4 अप्रैल को कांग्रेस छोड़ने के कुछ ही घंटों बाद गौरव वल्लभ भाजपा के हो गए। इससे पहले के 4 महीने किस दर्द में गुजारे इसका जिक्र उन्होंने किया है।
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Gourav vallabh Targets Congress Top Leadership: गौरव वल्लभ ने जो कहा है उससे साफ है कि उन्होंने कोशिश बहुत की। कांग्रेस आलाकमान को पॉजिटिव राजनीति करने के लिए प्रेरित किया लेकिन उनकी एक न चली। गौरव वल्लभ ने बताया कि कैसे कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व को उन्होंने समझाने का प्रयास किया लेकिन नाकाम रहे।
वल्लभ के मुताबिक सनातन, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के न्योता ठुकरा कांग्रेस ने भारी गलती और यही कारण था कि उन्होंने पार्टी के लिए प्रेस वार्ता तक करना बंद कर दिया था।
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'सनातन को गाली पाप'
एएनआई से बातचीत में गौरव वल्लभ ने अपना दर्द साझा किया। कहा- जब चार तारिख को मैंने ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया तो तो उस दिन से मैं कह रहा हूं कि मैंने कांग्रेस के हर शीर्ष नेता से कहा कि आज सनातन का विरोध देश में हो रहा है, उसको हम मौन स्वीकृति नहीं दे सकते। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में न जाने का पॉलिटिकल प्लस माइनस हो सकता है लेकिन ये पाप है...उस दिन से मैंने प्रेस वार्ता करना बंद कर दिया
वेल्थ क्रिएटर्स का विरोध गलत- गौरव वल्लभ
गौरव ने आगे कहा- मैंने कांग्रेस के हर शीर्ष नेता से कहा कि सुबह शाम जो आप वेल्थ क्रियेटर्स को गाली देते हो वो बंद कर दें। ये सही नहीं है वो पाप नहीं करते वो अपने मीडिया और कैपिटल से पैसा कमाते हैं तो देश को और भी फ़ायदा होता है और रोजगार का सृजन होता है एयर इंडिया को एक बिजनेस समूह ने खरीदा तो कांग्रेस पार्टी ने विरोध किया... और अडानी और अम्बानी को सुबह शाम गाली दी दे जाती है। मैंने स्वयं ने अडानी के खिलाफ प्रेस वार्ती की। लेकिन जब सेबी ने अडानी को क्लीन चिट दे दी, तो उसके बाद मैंने अडानी के बारे में एक भी वक्तव्य देना उचित नहीं समझा।
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कांग्रेस को नसीहत दी लेकिन...
अपनी बातों को आगे बढ़ाते हुए भाजपा नेता ने कहा- कांग्रेस के टॉप लीडर्स को भी मैंने कहा, जब सबसे बड़ा मार्केट रेग्युलेटर मान चुका है, तो हमें बस कर देना चाहिए। सुबह से शाम एक चीज़ ही सनातन का विरोध करो... भगवान राम की प्राण तिष्ठा में जाने के न्योते को अस्वीकार कर दें...सैंकड़ों स्टर्ट अप हैं जो यूनिकॉन बन गए हैं। क्या देश के लिए अपना काम नहीं कर रहे हैं अपना काम? मैं चार महीने तक शीर्ष नेताओं के पास जाता रहा।
मेरी एक नहीं सुनी- गौरव वल्लभ
पूर्व कांग्रेस प्रवक्ता की मानें तो कोशिश उन्होंने खूब की लेकिन उनकी सुनी नहीं गई। बोले- आपको कह रहा हूं ये सारी बातें मैंने कांग्रेस के हर शीर्ष नेता से कही लेकिन उन्होंने मेरी एक नहीं सुनी। मैंने कांग्रेस के हर शीर्ष नेता से कहा कि बजट पर हर साल प्रेस वार्ता करता हूं इस पर साल भी मुझे बोला गया लेकिन मैंने बोला कि जब तक भगवान राम से दर्शन करने कांग्रेस पार्टी का शीर्ष नेतृत्व नहीं जाएगा...मैं कांग्रेस में पार्टी के लिए किसी टीवी शो पर नहींर बैठूंगा और ना ही प्रेस कांफ्रेंस करूंगा।
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कांग्रेस छोड़ भाजपाई हुए वल्लभ
लोकसभा चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस को झटके पर झटका लग रहा है। 4 अप्रैल को पहले कांग्रेस से इस्तीफा फिर भाजपा में शामिल होने की चर्चा ने सबको हैरान कर दिया। मुखर वक्ता और टीवी डिबेट में विरोधियों की बोलती बंद करने वालों में शुमार गौरव वल्लभ ने कांग्रेस छोड़ते वक्त लंबा चौड़ा खत लिखा। कांग्रेस को दिशा हीन बताते हुए सनातन के विरोध की नीति को गलत बताते हुए पार्टी से किनारा कर लिया। इसके कुछ ही घंटों के भीतर भाजपा ज्वाइन कर ली।
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13:04 IST, April 7th 2024