Published 14:41 IST, November 11th 2024
Jharkhand Elections: झारखंड में दिलचस्प मुकाबला, झरिया सीट पर एक ही परिवार की दो बहुएं आमने-सामने
झारखंड की झरिया विधानसभा सीट पर इस बार एक दिलचस्प राजनीतिक स्थिति सामने आई है, जहां एक ही परिवार की दो बहुएं चुनाव मैदान में उतरी हैं।
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Jharkhand Assembly Election: झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। सभी सियासी दलो ने इस चुनाव को जीतने की तैयारी कर ली है। इस चुनाव में झरिया विधानसभा क्षेत्र में एक ही घर की दो बहुएं एक दूसरे को टक्कर दे रही हैं दोनों प्रत्याशियों का निवास स्थान गोनिहया छपरा गांव है। भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर जहां पूर्व विधायक संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने इसी सीट पर उनकी जेठानी पूर्णिमा सिंह को टिकट दिया है। अब पूरे क्षेत्र में दोनों ही देवरानियों और जेठानियों के चर्चे हैं।
झारखंड की झरिया विधानसभा सीट पर इस बार एक दिलचस्प राजनीतिक स्थिति सामने आई है, जहां एक ही परिवार की दो बहुएं चुनाव मैदान में उतरी हैं। यह स्थिति राज्य की राजनीति में चर्चा का विषय बन गई है। दोनों महिलाएं अलग-अलग राजनीतिक दलों (कांग्रेस और बीजेपी) से चुनावी मैदान में हैं, और दोनों का लक्ष्य झरिया विधानसभा सीट पर कब्जा करना है। इस राजनीतिक मुकाबले की खासियत यह है कि इन दोनों महिलाएं एक ही परिवार से ताल्लुक रखती हैं, और इनके बीच राजनीतिक परिपेक्ष्य में एक तरह की परिवारिक प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है।
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देवरानी ने जेठ को हराकर जीती थी झरिया विधानसभा सीट
बीजेपी उम्मीदवार रागिनी सिंह बैरिया के पूर्व विधायक विक्रम सिंह के बड़े भाई और झरिया के पूर्व विधायक सूर्यदेव सिंह के बेटे संजीव सिंह की पत्नी हैं। संजीव सिंह भी पूर्व विधायक हैं। वहीं पूर्व विधायक विक्रम सिंह के छोटे भाई राजन सिंह के बेटे स्वर्गीय नीरज सिंह की हत्या के बाद कांग्रेस ने उनकी पत्नी पूर्णिमा सिंह को झरिया से चुनावी मैदान में उतारा है। मौजूदा समय इस सीट से पूर्णिमा ही कांग्रेस के टिकट पर यहां की सीटिंग विधायक हैं। नीरज सिंह की मौत के बाद दोनों परिवार आमने सामने आए थे इस चुनाव में रागिनी सिंह ने संजीव सिंह को चुनाव में शिकस्त दे दी थी तब से वो झरिया की सीट पर काबिज हैं।
देवरानी के खिलाफ इस बार जेठानी ठोक रही ताल
इस बार झरिया विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने जहां देवरानी रागिनी सिंह को मैदान में उतारा है तो वहीं उनको टक्कर देने के लिए बीजेपी ने उनकी जेठानी पूर्णिमा सिंह को मैदान में उतारा है। अब झरिया विधानसभा सीट दोनों परिवारों के बीच प्रतिष्ठा का मुद्दा बन चुका है। दोनों बहुओं के एक दूसरे के खिलाफ खड़े होने के मामले में बैरिया क्षेत्र में जमकर सियासी बहस छिड़ी हुई है। इस चुनाव का परिणाम क्या होगा ये तो आने वाले समय में पता चलेगा। फिलहाल इस सीट पर तो सियासी पारा नवंबर के महीने में भी चढ़ता हुआ ही दिखाई दे रहा है।
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नीरज सिंह की हत्या के बाद परिवार में आई दरार
झरिया में राजन सिंह के बेटे नीरज सिंह की हत्या के बाद दोनों भाइयों का परिवार आमने-सामने आ गया। पूर्व विधायक सूर्य देव सिंह के बाद उनकी पत्नी कुंती सिंह झरिया से विधानसभा पहुंची थी। उनके बाद उनके बेटे संजीव सिंह इस सीट से झारखंड विधानसभा पहुंचे। नीरज सिंह की हत्या के बाद संजीव सिंह जेल में हैं क्योंकि वो नीरज सिंह हत्याकांड में नामजद हैं। यही वजह है कि इस बार बीजेपी के टिकट पर झरिया सीट से संजीव सिंह की जगह उनकी पत्नी पूर्णिमा सिंह चुनाव मैदान में हैं।
14:41 IST, November 11th 2024