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पब्लिश्ड 20:35 IST, September 8th 2024

हरियाणा: पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के पोते भाजपा छोड़कर इनेलो में शामिल हुए

BJP के नेता एवं पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के पोते आदित्य देवीलाल इनेलो में शामिल हो गए। उन्हें हरियाणा में 5 अक्टूबर के चुनाव के लिए डबवाली से उतारा गया।

पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल | Image: X

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के पोते आदित्य देवीलाल रविवार को इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) में शामिल हो गए और उन्हें हरियाणा में 5 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए डबवाली से मैदान में उतारा गया है।

आदित्य देवीलाल (46) सिरसा जिले के चौटाला गांव में इनेलो की रैली में पार्टी के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए।

आदित्य देवीलाल ने हाल ही में हरियाणा विपणन बोर्ड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इनेलो में शामिल होने से भाजपा ने ऐसे समय सिरसा जिले में अपना प्रमुख चेहरा खो दिया है जब विधानसभा चुनाव होने में एक महीने से भी कम समय बचा है। राज्य में नेताओं के बागी होने के चलते राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा के लिए दिक्कतें बढ़ गई हैं।

वह एक सप्ताह के भीतर भाजपा छोड़ने वाले देवीलाल के परिवार से दूसरे व्यक्ति हैं। कुछ दिन पहले ही राज्य के ऊर्जा एवं जेल मंत्री रणजीत चौटाला (79) ने भी सत्तारूढ़ पार्टी छोड़ दी थी। वह देवीलाल के बेटे हैं।

इनेलो में शामिल होने से पहले आदित्य ने अपने ताऊ एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के आवास पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया।

रैली को संबोधित करते हुए आदित्य देवीलाल ने कहा कि वह हमेशा लोगों के लिए खड़े रहे हैं और आगे भी खड़े रहेंगे।

देवीलाल के पोते एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के बेटे अभय सिंह चौटाला ने कहा कि आदित्य ने हमेशा लोगों के कल्याण के लिए खुद को समर्पित किया और जनहित के मुद्दे उठाए।

भाजपा पर निशाना साधते हुए अभय चौटाला ने इसके नेताओं को ‘‘अवसरवादी’’ करार दिया और उन पर लोगों का अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आदित्य के डबवाली विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनने से इनेलो की जीत निश्चित हो गई है और उन्होंने विश्वास जताया कि पार्टी सिरसा जिले की अन्य सीटों पर भी जीत हासिल करेगी।

इनेलो हरियाणा विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन में लड़ रही है, जिसमें मायावती के नेतृत्व वाली पार्टी 90 विधानसभा सीट में से 37 पर चुनाव लड़ रही है, जबकि बाकी सीट पर इनेलो चुनाव लड़ेगा।

अभय सिंह चौटाला सिरसा जिले की ऐलनाबाद सीट से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि उनके बेटे अर्जुन चौटाला को इनेलो ने जिले की रानिया सीट से मैदान में उतारा है।

भाजपा में रहते हुए आदित्य 2019 के विधानसभा चुनाव में सिरसा जिले के डबवाली से कांग्रेस के अमित सिहाग से हार गए थे। सिहाग को उनकी पार्टी ने इस सीट से फिर से उम्मीदवार बनाया है।

अगले महीने होने वाले चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों को नेताओं के बागी होने की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इस्तीफा देने वालों में से ज्यादातर टिकट चाहते थे, लेकिन सूची में उनका नाम नहीं था।

रणजीत सिंह चौटाला और आदित्य देवीलाल के अलावा भाजपा छोड़ने वाले प्रमुख लोगों में मौजूदा विधायक लक्ष्मण दास नापा, पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य और कांग्रेस में शामिल हुए कालांवाली के पूर्व विधायक बलकौर सिंह शामिल हैं।

कांग्रेस को भी 32 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी करने के बाद पार्टी के भीतर विद्रोह का सामना करना पड़ा। राजेश जून ने पार्टी छोड़ दी, क्योंकि बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से उनकी उम्मीदवारी को नज़रअंदाज किया गया और उन्होंने निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ने की घोषणा की।

सोनीपत के बड़ौदा से कांग्रेस नेता कपूर सिंह नरवाल ने पार्टी द्वारा मौजूदा विधायक इंदुराज नरवाल को फिर से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद बगावत का झंडा बुलंद कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे निराश किया गया है।’’

नब्बे सदस्यीय हरियाणा विधानसभा के लिए मतदान 5 अक्टूबर को होगा। मतों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी।

 

अपडेटेड 20:35 IST, September 8th 2024

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